अमरावती : आंध्र प्रदेश में गुरुवार को उस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी(TDP) ने दावा किया कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में गोमांस की चर्बी, लार्ड (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली का तेल मौजूद है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली YSRCP सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर में चढ़ाए जाने वाले लड्डू में घी के बजाय पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था.
घी के सैंपल में बीफ टैलो
टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के सैंपल में बीफ टैलो की मौजूदगी की पुष्टि की गई है. टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा दिए गए घी के नमूनों पर दावे का समर्थन करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कथित लैब रिपोर्ट दिखाई.
रेड्डी ने कहा, "नमूनों की लेबोरेटरी रिपोर्ट इस बात का प्रमाण है कि तिरुमाला को सप्लाई किए गए घी में गोमांस की चर्बी, लार्ड और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, न तो आंध्र प्रदेश सरकार और न ही टीटीडी ने आधिकारिक तौर पर लेबोरेटरी रिपोर्ट की पुष्टि की.
क्या है बीफ टैलो?
मुख्य विवाद बीफ टैलो के कथित उपयोग को लेकर है, जो रंप रोस्ट, पसलियों और स्टेक जैसे बीफ कट से निकाले गए वसे से बना पदार्थ होता है. बता दें कि मांस से निकाले गए वसे को गर्म करके और फिर उसे पिघलाकर टैलो बनाया जाता है. यह रूम टेंपरेचर पर ठंडा होने पर एक लचीला और मक्खन जैसी बन जाता है.