देहरादून: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में बीते दिनों आई भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई थी. सबसे ज्यादा नुकसान केदारघाटी में हुआ था. केदारनाथ धाम पैदल मार्ग भी कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिस कारण सरकार को केदारनाथ यात्रा रोकना पड़ी थी. हालांकि अभी भी हेलीकॉप्टर से ही केदारनाथ धाम जाया जा सकता है. पैदल मार्ग कई जगहों पर बिल्कुल खत्म हो चुका है. वहीं अब जानकारी सामने आई है कि इस आपदा में तीन लोगों की मौत भी हुई है.
बीते दिनों आई भारी बारिश ने उत्तराखंड में जमकर कहर बरपाया था. कई जिलों में आपदा जैसे हालत बन गए थे. इस आपदा का सबसे ज्यादा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ा था. आपदा के कारण केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे. जिनको बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
14 हजार से ज्यादा लोगों का किया गया रेस्क्यू: उत्तराखंड सरकार के अनुसार केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर फंसे करीब 14 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया हैं. रेस्क्यू के लिए सरकार ने सेना की भी मदद ली थी, क्योंकि रास्ते क्षतिग्रस्त होने के कारण सेना ने एमआई-17 हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया था. राहत की बात ये है कि गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ धाम की यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. हालांकि मौसम को देखकर ही तीर्थयात्रियों को आगे धाम में भेजा जाता है.
चारधाम में 179 लोगों की मौत: वैसे इस साल चारधाम यात्रा में मरने वाले श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा 179 तक पहुंच गया है. इनमें अधिकांश मौतों का कारण हार्ट अटैक और अन्य बीमारी ही है. सबसे ज्यादा तीर्थयात्रियों की मौत भी केदारनाथ में ही हुई है.