चंडीगढ़: हरियाणा में इस बार विधानसभा चुनाव में 5 प्रमुख दल मैदान में हैं. इस बहुकोणीय मुकाबले ने इस बार चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. इस बार चुनावी दंगल में कई ऐसी सीटें हैं जहां दिग्गजों का मुकाबला होने से वे हॉट सीट बन गई हैं. वहीं ऐसी भी सीटें हैं जहां एक ही परिवार के लोग आमने-सामने हैं. एक ही परिवार और वीआईपी उम्मीदवार होने के चलते ये सीटें सभी की नजर में आ गई हैं.
सबसे हॉट सीट बनी डबवाली
हरियाणा विधानसभा चुनाव की सबसे हॉट सीट डबवाली बन गई है. इसका सबसे बड़ा कारण है देवीलाल परिवार के तीन सदस्य इस सीट पर आमने-सामने हैं. एक तरफ देवीलाल के पोते और पड़पोते हैं. तो दूसरी तरफ देवीलाल के भाई का परिवार है. देवीलाल के पड़पोते दिग्विजय चौटाला जननायक जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं मौजूदा विधायक और देवीलाल के भाई के पोते अमित सिहाग हैं. दिग्विजय के सामने दो चाचा मुकाबले में हैं. कांग्रेस से अमित सिहाग और इनेलो से आदित्य चौटाला है.
उचाना कलां में किसकी बनेगी बात?
जींद जिले की उचाना कलां सीट दो राजनीतिक परिवारों के लिए नाक का सवाल बन गई है. एक तरफ पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अपनी पार्टी जेजेपी से एक बार फिर दांव खेल रहे हैं तो वहीं इस सीट पर अपने परिवार की साख बचाने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेन्द्र सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनावी दंगल में उतरे हैं. इस सीट पर चौटाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार के बीच पहले भी मुकाबला हो चुका है. 2019 के चुनाव में दुष्यंत चौटाला ने बीरेंद्र सिंह की पत्नी और बृजेंद्र की मां प्रेमलता को हराया था. इस बार बृजेंद्र सिंह अपनी मां की हार का बदला लेना चाहेंगे. वहीं बीजेपी ने उचना में देवेंद्र अत्री को मैदान में उतरकर मुकाबला रोचक कर दिया है. इनेलो की तरफ से इस चुनावी दंगल में WWE की खिलाड़ी कविता दलाल को उम्मीदवार बनाया गया है.
हॉट सीट में तोशाम भी शामिल
बात करें भिवानी की तोशाम सीट की, तो इस सीट पर बंसीलाल परिवार के दो सदस्य एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं. तोशाम बंसीलाल परिवार की पैतृक सीट मानी जाती है. पहले यहां से बीजेपी की मौजूदा राज्यसभा सांसद किरण चौधरी विधायक थीं. अब इस सीट पर उनकी बेटी श्रुति चौधरी बीजेपी की उम्मीदवार हैं. वहीं कांग्रेस ने श्रुति चौधरी के सामने उनके ताऊ के बेटे यानी श्रुति के भाई अनिरुद्ध चौधरी को मैदान में उतारकर चुनावी दंगल को रोचक बना दिया है. यानि बंसीलाल की सीट पर उनके ही पोते और पोती आमने-सामने हैं.
रानियां भी बनी हॉट सीट
सिरसा की रानियां सीट भी चर्चा का विषय बन गई है. इसका बड़ा कारण है बीजेपी ने 2019 में यहां से विधायक रहे रणजीत चौटाला का टिकट काट दिया. रणजीत चौटाला 2019 में निर्दलीय चुनाव जीते थे. लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले वो बीजेपी में शामिल हो गये और हिसार सीट से लोकसभा चुनाव लड़े मगर हार गये. बीजेपी से टिकट ना मिलने के बाद रणजीत चौटाला निर्दलीय मौदान में कूद पड़े हैं. उनको जेजेपी का भी समर्थन मिल गया है. रणजीत चौटाला के सामने इनेलो से उनके परिवार के पोते अर्जुन चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं. दादा-पोते की लड़ाई से रानिया सीट का चुनाव रोचक हो गया है.
जुलाना में कौन जीतेगा जंग?
जींद की जुलाना सीट पर इस बार देश की नजरें टिकी हुई हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह पहलवानों के आंदोलन और पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम अधिक वजन से फाइनल ना खेल पाने वाली कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट का कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना है. वहीं बीजेपी ने उनके सामने 35 साल के एयर इंडिया के कैप्टन योगेश बैरागी को मैदान में उतरा है. जबकि जेजेपी की तरफ से मौजूदा विधायक अमरजीत ढांडा मैदान में हैं.
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