नई दिल्ली: देश के दो दूर-दराज के हिस्सों में मंगलवार को नामांकन दाखिल करने के दौरान I.N.D.I.A. ब्लॉक पार्टियों के बीच जमीनी स्तर पर सहयोग दिखा. महाराष्ट्र के नागपुर में, नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले एनसीपी शरदचंद्र पवार और शिव सेना यूबीटी के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार विकास ठाकरे की यात्रा में शामिल हुए.
वहीं राजस्थान के नागौर में, देश की सबसे पुरानी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल के साथ देखा गया, जिन्होंने चुनाव अधिकारियों के समक्ष अपना पर्चा दाखिल किया. कांग्रेस ने गठबंधन को आधिकारिक बनाते हुए आरएलपी के लिए नागौर सीट छोड़ दी है, लेकिन महाराष्ट्र में इसी तरह के समझौते की घोषणा होनी बाकी है.
इस अवसर पर मौजूद एआईसीसी के गुजरात प्रभारी सचिव राम किशन ओझा ने बताया कि 'यह एक बहुत ही सफल रोड शो था. महा विकास अघाड़ी के नेता और कार्यकर्ता हमारे नागपुर उम्मीदवार विकास ठाकरे के नामांकन दाखिल करने में शामिल हुए.' एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार, 'नागपुर में एकता के प्रदर्शन ने पूरे पश्चिमी राज्य में एक संदेश भेजा.'
ओझा ने कहा कि विकास कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं और उस शहर में एक मजबूत उम्मीदवार हैं, जहां आरएसएस का मुख्यालय स्थित है. तदनुसार, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार के अलावा एनसीपी एसपी समूह से राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना यूबीटी एमएलसी दुष्यंत चतुर्वेदी उस समय उपस्थित थे, जब विकास ठाकरे ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
एकता का प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है, जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना सेना यूबीटी के कड़े रुख के कारण सीट-बंटवारे की घोषणा में देरी हो रही है. एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि 'सांगली, भिवंडी और कोल्हापुर को छोड़कर गठबंधन की अधिकांश बातचीत पूरी हो चुकी है. इनका भी एक-दो दिन में समापन हो जाना चाहिए.'