पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में देश आतंकवाद और नक्सलवाद से होगा मुक्त: अमित शाह
country will be free from terrorism केंद्रीय गृहमंत्री ने लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को दिल्ली से रिचार्ज किया. शाह ने कहा कि मोदी जी के तीसरे कार्यकाल में देश से आतंकवाद और नक्सलवाद दोनों खत्म हो जाएंगे. Amit Shah
दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर बड़ा बयान दिया. शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में जब मोदी जी की फिर से सरकार बनेगी तो नक्सलवाद और आतंकवाद खत्म हो जाएगा. अमित शाह ने दावा किया कि देश में आतंकवाद और उग्रवाद अपने अंतिम पड़ाव है. मोदी जी के तीसरे कार्यकाल में हिंसा का अंत हो जाएगा देश में शांति का माहौल बनेगा.
श्रेष्ठ भारत का सपना होगा अपना: केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमने लोगों को श्रेष्ठ भारत का सपना दिखाया और उसे देखने का साहस भी दिया. मोदी सरकार में विकास की जो रफ्तार है उससे हम लगातार विश्व के पटल पर आगे बढ़ते जा रहे हैं. हम विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में खड़े हैं. मोदी जी के दस सालों के काम को पूरी दुनिया सलाम कर रही है. प्रदेश और देश तरक्की की राह पर चल रहा है. तरक्की की राह में आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद रोड़े बन रहे हैं. बीजेपी की सरकार में इन रोड़ों को हटाने का काम लगातार जारी है. देश ये जान चुका है आतंक के रास्ते से नहीं विकास के रास्ते से सबकी किस्मत बदलेगी. आतंक को हर हाल में हमें हराना है.
2024 लोकसभा के रण में जीत का दावा: शाह ने दावा किया कि तीसरी बार भी देश में मोदी की सरकार बनेगी. देश की जनता ने भी ये तय कर लिया है. मोदी के नेतृत्व में देश को आगे बढ़ाना इस बात को लेकर जनता में भी कोई संदेह नहीं है. कांग्रेस पर करारा वार करते हुए कहा कि जाति और धर्म की राजनीति उनकी फितरत है. बीजेपी का नारा है सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास. भाई भतीजावाद के पोषक इंडी गठबंधन के नेता अपने अपने चहेतों को आगे बढ़ाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. हम देश को आगे ले जाने की सोच रहे हैं ये देश को पीछे ले जाने पर अड़े हैं.
नक्सलवाद खत्म करने के लिए केंद्र प्रतिबद्ध:बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कह चुके हैं कि नक्सली वारदातों में 52 फीसदी की कमी आई है. दस सालों के भीतर नक्सली घटनाओं को हमने काबू में किया है. नक्सली घटनाओं में होने वाली मौतों के आंकड़े भी सत्तर फीसदी तक कम हुए हैं. देश में नक्सल प्रभावित जिलों का जिक्र करते हुए शाह कह चुके हैं जो पहले नक्सल प्रभावित जिले 96 थे अब घटकर 45 हो गए हैं. केंद्र सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि समाज को हम एक आतंक मुक्त परिवेश देंगे.