दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के पास अत्याधुनिक हथियार, सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती

जेड-मोड़ सुरंग हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें आतंकी M4 कार्बाइन का इस्तेमाल करता देखा गया. दिल्ली से गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

Availability of more sophisticated weapons with terrorists in J&K worsen situation
प्रतीकात्मक तस्वीर (File Photo- ANI)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 5 hours ago

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई जांच से पता चला है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी अधिक से अधिक लोगों को हताहत करने के लिए अफगानिस्तान से लाए गए उन्नत और अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं.

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत से कहा, "आतंकियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इन असॉल्ट राइफलों में लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से भेदने के लिए अधिक गैजेट जोड़े जा सकते हैं." उन्होंने कहा कि ये अटैचमेंट आतंकियों को क्षेत्र की जानकारी जुटाने और कम रोशनी में भी लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से भेदने में मदद करते हैं.

श्रीनगर-सोनमर्ग हाईवे पर निर्माणाधीन जेड-मोड़ सुरंग के पास हुए हमले के सीसीटीवी फुटेज में एक आतंकवादी M4 कार्बाइन का इस्तेमाल करता हुआ दिखाई दिया. जेड मोड़ सुरंग हमले में छह श्रमिकों और एक डॉक्टर सहित सात लोग मारे गए थे.

अधिकारी ने कहा, "हमें पता चला है कि आतंकवादी कई अटैचमेंट वाली M4 कार्बाइन का इस्तेमाल कर रहा था."

अफगानिस्तान से लाए गए उन्नत हथियार..!
M4 कार्बाइन 1980 के दशक में अमेरिका में विकसित 5.56×45 मिमी नाटो असॉल्ट राइफल है. यह M16A2 असॉल्ट राइफल का छोटा संस्करण है. ऐसा माना जाता है कि M4 कार्बाइन सहित अधिकांश उन्नत और परिष्कृत हथियार अफगानिस्तान से लाए गए हैं.

सेना और नागरिकों पर हाल ही में हुए हमलों में शामिल आतंकियों के मारे जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पाया है कि मारे गए आतंकी बैलिस्टिक कैलकुलेटर, इमेज-रेंजफाइंडर, नाइट विजन डिवाइस और गन-माउंटेड कैमरों सहित गन अटैचमेंट का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे उनका हमला और भी घातक हो गया.

जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में वृद्धि के बीच आतंकवादियों के पास ऐसे हथियारों की उपलब्धता ने आतंकवाद विरोधी अभियानों में लगे सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है.

असॉल्ट राइफलों में बैलिस्टिक कैलकुलेटर, इमेज-रेंजफाइंडर, नाइट विजन डिवाइस और गन-माउंटेड कैमरों सहित कई अटैचमेंट हैं.

हाल की घटनाओं में, आतंकवादी काफी दूरी से भी अपने लक्ष्यों पर अधिक सटीकता से गोली चलाने में सफल रहे हैं. यह पाया गया है कि एम4 कार्बाइन, उच्च-रिज़ॉल्यूशन वीडियो, वाईफाई क्षमताओं, जीपीएस, छवि स्थिरीकरण और रेंजफाइंडर की विशेषता वाले थर्मल राइफल स्कोप से लैस है.

अधिकारी ने कहा कि इन बंदूकों में बैलिस्टिक कैलकुलेटर हैं और शूटिंग की घटनाओं को रिकॉर्ड करने के लिए बंदूक पर लगे कैमरे भी शामिल हो सकते हैं.

यह भी पढ़ें-सेना ने शेयर किया अखनूर मुठभेड़ में शहीद हुए 'फैंटम' की ट्रेनिंग का वीडियो, सर्वोच्च बलिदान को किया सलाम

ABOUT THE AUTHOR

...view details