चेन्नई: तमिलनाडु के त्रिची जिले में एक किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में एक मंदिर बनवाया है. येरकुडी गांव के रहने वाले शंकर ने कुछ पैसे बचाकर और बैंक से लोन लेकर पीएम मोदी का मंदिर बनवाया है. वह हर रोज सुबह मंदिर में पूजा-अर्चना भी करते हैं. शंकर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं से प्रभावित हैं.
जानकारी के मुताबिक, शंकर कई पहले दुबई में काम करते थे, कुछ साल पहले ही वे अपने गृहनगर लौट आए और यहां खेती-बाड़ी में लग गए करने लगे. शंकर बताते हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहद लगाव है. उन्होंने देश के लिए और किसान के अबतक जो भी कदम उठाए है, वह काफी सराहनीय है. पीएम मोदी के कार्यों और देश के प्रति उनके समर्पण के कारण आज देश और विदेश में लोग उनकी चर्चा करते है.
किसान शंकर ने कहा कि पीएम मोदी के लिए उनके मन में जो सम्मान है उसे वे बोल कर बयां नहीं कर सकते, इसलिए उनके सम्मान में उन्होंने अपनी जमीन पर पीएम मोदी का मंदिर बनवाया है. उस मंदिर में पीएम की एक मूर्ती भी स्थापित की गई है, किसान शंकर रोजाना उनकी पूजा करते हैं.
शंकर ने मीडिया से बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं से मुझे लाभ मिला और उनसे लगाव के कारण मैंने 2019 में अपनी जमीन पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने के लिए भारत में पहला मंदिर बनवाया. मैंने करीब सवा लाख रुपये की लागत से छह महीने में मंदिर बनवाया. उनके शासनकाल में दी गई योजनाओं का अच्छा परिणाम मिला. इसलिए मैं उन्हें भगवान मानकर रोजाना उनकी पूजा करता रहा हूं. मैंने पांच साल तक एक अच्छी खासी रकम रखी है, जिसमें हर फसल से 10 हजार रुपये का मुनाफा होता है.
शंकर ने आगे कहा कि मैंने पलानीमलाई मुरुगन (लोर मुरुगा मंदिर, पलानी, डिंडीगुल जिला) से प्रार्थना की थी कि वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें. अब वह प्रार्थना पूरी हो गई है, इसलिए मैं अगले महीने के अंत में अपनी मन्नत उतारने जा रहा हूं. साथ ही, अपने खेत में उगाए अनाज से मैं एक हजार लोगों को भोजन भी कराउंगा. मैंने अपनी जमीन का एक हिस्सा इस मंदिर के लिए दान कर दिया है. मेरी इच्छा है कि यह मंदिर मेरे जाने के बाद भी लंबे समय तक बना रहे. मैं अपने खेत से सारी उपज मंदिर में लाता हूं और उसे चढ़ाने के बाद ही बाजार ले जाता हूं शंकर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दीर्घायु और स्वस्थ रहें. उन्हें अगली बार भी प्रधानमंत्री बनते देखना चाहता हूं.
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