नई दिल्ली: लद्दाख को छठी अनुसूची के तहत राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जंतर मंतर पर अनशन करने की अनुमति न मिलने पर दिल्ली के लद्दाख भवन में धरने पर बैठे सोनम वांगचुक और उनके साथियों के अनशन का आज चौथा दिन है. इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा कि कि केवल पानी के सहारे हम यहां अनशन पर बैठे हैं.
उन्होंने कहा, वे यहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चुनाव के दौरान किया उसका वादा याद दिलाने आए हैं. हम तब तक यहां बैठेंगे, जब तक हमें जवाब नहीं मिल जाता कि हम अपने नेताओं से कब मिल पाएंगे. हमने 30-32 दिन तक पैदल यात्रा की है, हम कम से कम एक मुलाकात के तो हकदार हैं. उन्होंने कहा, मंगलवार रात करीब 10:30 बजे एक सज्जन आए और संदेश देने लगे उन्होंने हमें सुना. साथ ही कहा कि वह किसी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मेंं नहीं आना चाहते क्योंकि वह आरएसएस से जुड़े हुए हैं और उनके साथी हमारे लिए सहानुभूति रखते हैं. इसलिए वो हमारे लिए मॉस्किटो रेपेलेंट लाए.
लोग करेंगे लद्दाख का समर्थन: उन्होंने आगे कहा, ये देख के दिल पिघल सा गया कि चाहे जिस पक्ष में हों, लोगों के दिलों में सच्चाई होती है. आपको याद होगा कि मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी वरिष्ठ नेता नरेश जी आए, जिन्होंने मुरली मनोहर जोशी के विशेष संदेश सुनाए. यह देखकर लगता है कि लोगों के दिलों में सच्चाई और न्याय के लिए जगह है. कहते हैं कि भक्त अंधे होते हैं, ऐसा नहीं है और वो देख सकते हैं अच्छाई और बुराई का फर्क. हम उम्मीद करते हैं देश का हर नागरिक हमारा समर्थन करेगा, लद्दाख का समर्थन करेगा, भारत की सीमाओं का समर्थन करेगा.
एसएफआई का प्रतिनिधिमंडल मिला:गौरतलब है कि अनशन के दूसरे दिन कई संगठनों ने उनसे मुलाकात कर उनका समर्थन किया था. आंदोलन को समर्थन देने के लिए स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की दिल्ली प्रदेश इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल लद्दाख भवन में सोनम वांगचुक से मिला था. आईशी घोष ने वांगचुक और उनके समर्थकों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा, हम आपके अनशन और आपकी मांगों के समर्थन में आपके साथ खड़े हैं. आपकी आवाज को सामाजिक मंच पर लाना हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
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