अल्मोड़ा: जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत सौन्दर्यकरण का कार्य चल रहा है. इस दौरान मंदिर परिसर को आकर्षक बनाने के लिए अंडरग्राउंड लाइटिंग की जा रही है. इसके लिए कार्यदायी संस्था के लगाए गए श्रमिक केबल बिछाने के लिए जमीन से डेढ़ फीट खोद रहे हैं. इसी दौरान श्रमिकाें को वहां जमीन में करीब एक फीट नीचे एक शिवलिंग मिला.
जागेश्वर धाम में शिवलिंग मिलने से श्रद्धालुओं में खुशी (Photo- Temple Committee) शिवलिंग मिलने की सूचना स्थनीय लोगों को मिली तो उसके दर्शन के लिए मंदिर समिति के लोग, स्थानीय लोग सहित पर्यटकों की भीड़ वहां लग गई. इस दौरान अनेक भक्तों ने शिवलिंग की विधिवत पूजा अर्चना भी की. भक्तों ने रोली, अक्षत व पुष्प अर्पित करते हुए बाबा भोलेनाथ के जयकारे लगाए. इससे पूरा जागेश्वरधाम जयकारों से गूंज उठा.
जागेश्वर धाम हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. पूरे देश से लोग इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं. मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नवीन चंद्र भट्ट ने बताया कि लिंग रूप में शिव पूजन जागेश्वर धाम से शुरू होना बताया जाता है. जागेश्वर धाम में करीब 108 मंदिर समूह हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान एक शिवलिंग मिला है, जिस पर लोग श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना करने लगे हैं. इस शिवलिंग के संबंध में समिति की बैठक में आगे की योजना बनाई जाएगी.
सौंदर्यीकरण कार्य के लिए खुदाई के दौरान मिला शिवलिंग (Photo- Temple Committee) वहीं असिस्टेंट आर्कियोलॉजिस्ट केडी शर्मा ने बताया कि जागेश्वर धाम में लाइटिंग के कार्य के लिए खुदाई की गयी थी. खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला है. उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम मंदिर कत्यूरी काल का है. मंदिर परिसर में मिला यह शिवलिंग भी इसी काल का हो सकता है. उन्होंने बताया कि फिलहाल खुदाई का कार्य को रोक दिया गया है.
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