मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया. घोषणापत्र को 'वचन-नामा' नाम दिया गया है. मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने घोषणापत्र जारी किया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मडबन में जैतापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र और बारसू में रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल लिमिटेड परियोजनाओं का मजबूती से विरोध करेगी.
उन्होंने कहा कि पूर्व में इन परियोजनाओं और पालघर में वधावन बंदरगाह के विरोध में कई आंदोलन हुए हैं, क्योंकि इससे राज्य की पारिस्थितिकी नष्ट हो सकती है. अगर स्थानीय लोग ऐसी परियोजनाएं नहीं चाहते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हैं, तो हमें उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार पर महाराष्ट्र के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उद्योग और निवेश महाराष्ट्र से बाहर जा रहे हैं. उनकी पार्टी महाराष्ट्र का गौरव बहाल करने का प्रयास करेगी.
उद्धव ने भरोसा जताया कि महिला, युवा, बेरोजगार और वंचित वर्ग सहित समाज के सभी वर्गों के साथ समानता का व्यवहार किया जाएगा और उन्हें उनका हक दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र से व्यापार और निवेश को लूटा है. उनके नेतृत्व में एमवीए सरकार के दौरान केंद्र सरकार ने किसी भी तरह से उनकी मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि अगर आम चुनाव के बाद केंद्र में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार बनती है तो हम भाजपा शासित राज्यों सहित सभी राज्यों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करेंगे. हम एनडीए सरकार की ओर से पैदा की गई सभी समस्याओं का समाधान करेंगे.
किसान मुद्दे पर खास फोकस
घोषणापत्र में किसानों के मुद्दे पर खास फोकस किया गया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार किसानों को फसल पर एमएसपी की गारंटी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से जीएसटी के रूप में हजारों रुपये टैक्स वसूलती है और बदले में छह हजार रुपये देती है. हम किसानों को इस शोषण से बचाएंगे और उनकी प्रगति के लिए प्रयास करेंगे. किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाएगा.