नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात सीरियल किलर चंद्रकांत झा को गिरफ्तार किया है. उसको हत्या के तीन मामलों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन वह 2023 में पैरोल मिलने के बाद से फरार था. क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी संजय सेन ने बताया कि उसके पिछले अपराध के पैटर्न को देखते हुए वह समाज के लिए खतरा था, इसलिए उसे पकड़ने के लिए टीम का गठन किया गया था. कड़ी मशक्कत के बाद 17 जनवरी को उसे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया, जहां से वह बिहार भागने की कोशिश कर रहा था.
उन्होंने बताया कि 2006 और 2007 में दिल्ली सिलसिलेवार हत्याओं से हिल गई थी. वह शवों को फेंकने के बाद पुलिस को अपराध और उस स्थान के बारे में सूचित करता था, जहां उसने फेंका था. इन शवों के साथ उसने एक नोट भी छोड़ा, जिसमें उसने एजेंसियों को उसे पकड़ने की चुनौती और धमकी दी थी. आरोपी एक क्रूर हत्यारा था, जो यूपी-बिहार से आए युवकों की काम दिलाने में मदद करता था, लेकिन थोड़े से उकसावे के बाद वह बर्बर हो जाता था, जिसके बाद वह हत्या कर के शव के टुकड़े कर अलग-अलग जगहों पर छोड़ देता था.
पुलिस ने आगे बताया कि चंद्रकांत बिहार का निवासी है, जिसने कक्षा आठ तक पढ़ाई की है. 1990 में वह दिल्ली के आजादपुर मंडी के पास रहने लगा और आजीविका चलाने के लिए छोटे-मोटे काम करता था. उसकी पहली शादी ज्यादा दिन नहीं चली थी और दूसरी शादी से पांच बेटियां थी. उसे 7 हत्याओं, आर्म्स एक्ट, घरों में चोरी और चोट पहुंचाने सहित 13 मामलों में गिरफ्तार किया गया था. पैरोल के बाद, वह कई जगहों पर छिपता रहा और अलीपुर में अपने परिवार से मिलने गया था.
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