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केरल के मुख्यमंत्री की बेटी वीणा टी की कंपनी के खिलाफ SFIO ने शुरू की जांच - ​ Veena T Kerala C M daughter

केंद्रीय एजेंसी, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने केरल के सीएम पिनाराई विजयन की बेटी वीणा टी के स्वामित्व वाली एक्सलॉजिक कंपनी के खिलाफ मामले की जांच शुरू कर दी है. पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 5, 2024, 3:52 PM IST

तिरुवनंतपुरम: केंद्र ने कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) से जुड़े वित्तीय लेनदेन के संबंध में केरल के मुख्यमंत्री की बेटी वीणा विजयन के स्वामित्व वाली आईटी फर्म के खिलाफ अपनी जांच शुरू कर दी है. वीणा की कंपनी के वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहे कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत एक वैधानिक एजेंसी, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) के अधिकारियों ने सोमवार सुबह अलुवा में कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) कार्यालय का दौरा किया.

बता दें, एसएफआईओ वीना की कंपनी एक्सलॉजिक सॉल्यूशंस और सीएमआरएल के बीच लेनदेन और अन्य संबंधित दस्तावेजों का निरीक्षण कर रहा है. जांच पूरी करने के लिए आठ महीने की समयावधि निर्धारित की गई है. पिछले साल राज्य में उस समय विवाद खड़ा हो गया था जब यह खबर आई थी कि सीएमआरएल ने 2017 से 2020 के बीच सीएम की बेटी को 1.72 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएमआरएल ने वीणा की आईटी फर्म के साथ कंसल्टेंसी और सॉफ्टवेयर सपोर्ट सर्विसेज के लिए समझौता किया था. हालांकि उसकी फर्म द्वारा कोई सेवा प्रदान नहीं की गई थी, लेकिन यह आरोप लगाया गया कि सीएमआरएल ने "एक प्रमुख व्यक्ति के साथ उसके संबंधों के कारण" मासिक आधार पर राशि का भुगतान किया.

मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम सुबह 9 बजे सीएमआरएल के अलुवा कार्यालय पहुंची थी. इससे पहले 2019 में आयकर विभाग ने सीएमआरएल कार्यालय का निरीक्षण किया था और दस्तावेज जब्त किये थे. कंपनी द्वारा किए गए वित्तीय लेनदेन की जानकारी वाली एक डायरी भी मिली थी. उन राजनीतिक नेताओं के नाम भी सामने आए थे जिन्हें कंपनी ने पैसे दिए थे लेकिन एसएफआईओ अधिकारी और भी ज्यादा जानकारी के लिए जांच कर रहे हैं. यहां से उपलब्ध जानकारी के आधार पर एसएफआईओ आगे की कार्रवाई करेगा.

पिछले महीने की शुरुआत में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने एक्सलॉजिक कंपनी के खिलाफ मामला गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय को सौंप दिया था. जांच शुरू करने के अपने आदेश में, कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने एसएफआईओ को 6 सदस्यीय टीम गठित करने और 8 महीने के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. बता दें, एसएफआईओ केरल सरकार की संस्था केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम की भूमिका की भी जांच करेगी.

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