गया : बिहार के बोधगया स्थित अंतर्राष्ट्रीय धरोहर महाबोधि मंदिर में स्थित पवित्र बोधि वृक्ष की जांच एफआरआई के वैज्ञानिकों ने की. एफआरआई देहरादून के वैज्ञानिकों ने जांच के बाद पाया कि बोधि वृक्ष उत्कृष्ट स्वास्थ्य में है और पूरी तरह से सुरक्षित है. वहीं, बोधि वृक्ष की कुछ छोटी मृत शाखों को एफआरआई के वैज्ञानिकों को द्वारा हटा दिया गया.
बोधि वृक्ष की जांच करने देहरादून से आए वैज्ञानिक :वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) देहरादून के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों ने महाबोधि मंदिर स्थित पवित्र बोधि वृक्ष की जांच की. भगवान बुद्ध की ज्ञान प्राप्ति वाले इस बोधि वृक्ष की हर साल नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य की जांच की जाती है. एक साल में तीन-तीन महीने के अंतराल में चार बार बोधि वृक्ष के स्वास्थ्य की जांच होती है. इस क्रम में एफआरआई देहरादून के वैज्ञानिकों की टीम शनिवार को बोधगया पहुंची और बोधि वृक्ष के स्वास्थ्य की जांच हुई.
पूरी तरह से सुरक्षित है बोधि वृक्ष :एफआरआई देहरादून के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ संतन बर्थवाल, डॉक्टर शैलेश पांडे की टीम के द्वारा बोधि वृक्ष की जांच के बाद पाया गया कि यह उत्कृष्ट स्वास्थ्य में है. बोधि वृक्ष पूरी तरह से सुरक्षित है. एफआरआई देहरादून के वैज्ञानिकों ने बोधि वृक्ष के स्वास्थ्य का आंकलन और रखरखाव के लिए कुछ आवश्यक प्रक्रिया को अपनाया. इस क्रम में बोधि वृक्ष की कुछ छोटी मृत शाखों को हटा दिया गया.
''पवित्र बोधि वृक्ष उत्कृष्ट स्वास्थ्य में है. नियमित रखरखाव के हिस्से के रूप में कुछ छोटी मृत शाखाओं को हटा दिया गया. पत्तियों में संक्रमण का कोई संकेत नहीं है. पेड़ की समग्र स्थिति किसी भी समस्या से मुक्त पाई गई है, जो इसकी मजबूत जीवन शक्ति का संकेत देता है.''-डॉक्टर संतन बर्थवाल, वैज्ञानिक, एफआरआई, देहरादून