तिरूवनंतपुरम:नाडा मंडला-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा सीजन के लिए सबरीमला मंदिर खुल गया है. मंदिर को नाडा के शाम 4 बजे तांत्रिक कंडारारू राजीव और कंडारारू ब्रह्मदत्तन की उपस्थिति में मेलशांति पीएन महेश नंबूथिरी द्वारा औपचारिक रूप से खोला गया. कपाट खुलने पर दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े.
इस दौरान नवनियुक्त सबरीमला मेलशांति (मुख्य पुजारी) अरुण कुमार नंबूथिरी और मलिकप्पुरम मेलशांति वासुदेवन नंबूथिरी पथिनेट्टम पदी (18 पवित्र सीढ़ियां) पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति बने. इसके बाद भक्तों ने अपनी चढ़ाई शुरू की.
अब नाडा शनिवार से सुबह 3 बजे खुलेगा और दोपहर 1 बजे बंद होगा, फिर दोपहर 3 बजे फिर से खुलेगा और रोजाना रात 11 बजे बंद होगा. इसके बाद नेय्याभिषेकम सुबह 3.30 बजे शुरू होगा, उसके बाद सुबह 7.30 बजे उषा पूजा और दोपहर 12.30 बजे दोपहर की पूजा होगी. शाम 6.30 बजे दीपाराधना होगी और रात 9.30 बजे रात्रि भोज पूजा के बाद, नाडा रात 11 बजे हरिवरासन के साथ बंद हो जाएगा.
20 जनवरी 2024 को समाप्त होगी तीर्थ यात्रा
इस मंडला-मकरविलक्कु अवधि के दौरान भक्तों को प्रतिदिन 18 घंटे दर्शन की सुविधा मिलेगी ताकि अपेक्षित भीड़ को मैनेज किया जा सके. मंडला पूजा 26 दिसंबर को निर्धारित है और मंदिर उसी रात 10 बजे बंद हो जाएगा. नाडा 30 दिसंबर को मकरविलक्कु महोत्सव के लिए फिर से खुलेगा, जिसमें मकरविलक्कु 14 जनवरी, 2024 को पड़ेगा. तीर्थयात्रा 20 जनवरी 2024 को समाप्त होगी.