रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के शासकीय विनोबा स्कूल का नाम इन दिनों पूरे विश्व में छाया हुआ है. दरअसल, शासकीय विनोबा सीएम राइज स्कूल को अंतरराष्ट्रीय संस्था T4 द्वारा विश्व के टॉप 3 इनोवेटिव स्कूलों में शामिल किया गया है. यहां की शिक्षा प्रणाली और बेहतर रिजल्ट से प्रभावित होकर अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों से निकलवा कर इस स्कूल में दाखिला दिलवा रहे हैं. वहीं, अब इस स्कूल में सभी कक्षाओं में सीट फुल हैं. यहां तक की एडमिशन के लिए इस स्कूल में लंबी वेटिंग लिस्ट बनी हुई है. यह मध्य प्रदेश का पहला ऐसा शासकीय स्कूल होगा, जहां एडमिशन के लिए वेटिंग चल रही है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा पुरस्कृत किए जाने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी स्कूल के शिक्षकों एवं छात्रों को बधाई दी है.
सीएम राइज स्कूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिला तीसरा स्थान
दरअसल, यह स्कूल इतनी चर्चा में इसलिए है, क्योंकि रतलाम के सीएम राइज विनोबा स्कूल को नवाचार श्रेणी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल हुआ है. बड़े-बड़े विश्व स्तरीय स्कूलों को पछाड़कर रतलाम का यह शासकीय स्कूल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करने में सफल हुआ है. सीएम राइज स्कूल बनाए जाने के बाद शासकीय विनोबा स्कूल में सभी विषयों के लिए प्रशिक्षित और कुशल शिक्षकों की नियुक्ति की गई, लेकिन स्कूल प्रबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि यहां पढ़ने वाले छात्रों की रुचि स्कूल आने में कम थी. बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षकों ने प्रयोग शिक्षा पर जोर दिया. हर एक बच्चे पर फोकस कर उसकी कमजोरियों पर काम किया. इसके बेहतर नतीजे कुछ समय में आने लगे. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सीएम राइज स्कूलों में उपलब्ध करवाई गई सुविधा और संसाधन भी इस शासकीय स्कूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने में मददगार साबित हुए हैं.
सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए लगी लाइन
स्कूल के शिक्षक गजेंद्र सिंह राठौड़, श्यामा वर्मा और हीना शाह का कहना है कि ''हमारे स्कूल के 577 छात्रों में से 525 छात्रों ने अलग-अलग क्षेत्र में अचीवमेंट हासिल किया है. यही कारण है कि मोटी फीस देकर बड़े निजी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावक अब अपने बच्चों का दाखिला इस सरकारी स्कूल में करवाना चाहते हैं. स्कूल में आधुनिक तकनीक से शिक्षा देने के साथ ही रोबोटिक्स लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम और प्रयोगिक शिक्षा पर जोर दिया जाता है. यहां प्रत्येक छात्र-छात्राओं का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड रखा जाता है. छात्र-छात्राओं से भी इन्नोवेटिव शिक्षा के बारे में फीडबैक लिया जाता है. अन्य निजी स्कूलों से दाखिला निकलवाकर इस शासकीय स्कूल में एडमिशन लेने वाले छात्र भी मानते हैं कि उन्हें यहां बेहतर शिक्षा का माहौल मिल रहा है.''