मुरैना।लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर दनादन हमले करने शुरू कर दिए हैं. अब नई बहस विरासत कानून को लेकर छिड़ गई है. बुधवार को मध्यप्रदेश के हरदा व सागर में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र की ओट में खूब निशाना साधा था. अब गुरुवार को मुरैना की जनसभा में फिर पीएम मोदी ने विरासत कानून को लेकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया. पीएम मोदी ने कहा "इंदिरा गांधी की संपत्ति राजीव गांधी को मिले और उनकी संपत्ति, पैसों को बचाने के लिए इस कानून में संशोधन किया गया था. इंहेरिटेंस कानून को राजीव गांधी ने बदल कर अपनी धन दौलत बचाई. लेकिन अब सत्ता में आने के लिए छटपटा रही कांग्रेस फिर इस कानून को लाने की तैयारी में है."
मोदी के निशाने पर कांग्रेस का घोषणापत्र
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव प्रचार अब पूरे शबाब पर है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर तेज हो गया है. पीएम मोदी के निशाने पर कांग्रेस का घोषणापत्र है. कुछ दिन ही पहले कांग्रेस के थिंक टैंक सैम पित्रोदा ने एक बयान दिया था. उन्होंने अमेरिका के इन्हेरिटेंस टैक्स (विरासत टैक्स) की पैरवी की थी. हालांकि इस बयान को कांग्रेस ने उनका निजी विचार बताया. लेकिन इस मुद्दे पर पीएम मोदी के साथ ही अमित शाह, जेपी नड्डा सहित सभी दिग्गज कांग्रेस को सीधे निशाने पर ले रहे हैं.
'शहजादे कह रहे हैं आपकी सम्पत्ति का एक्स-रे होगा'
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा "शहजादे पूरे देश में बढ़-चढ़कर कह रहे हैं आपकी सम्पत्ति का एक्स-रे होगा. आपकी अलमारी में क्या पड़ा है, किसी माता-बहन ने डिब्बे में कुछ बचा रखा है, एक्स-रे करके खोजा जाएगा. स्त्रीधन और मंगलसूत्र पवित्र होता है कोई उसे नहीं छूता है. कांग्रेस उसे जब्त करके वोट बैंक मजबूत करने के लिए उसे बांटने की घोषणा कर रही है. ये एक्स-रे करके आपको लूटने की योजना बना रहे हैं. कांग्रेस के शहजादे को मोदी के लिए भला-बुरा कहने में मजा आ रहा है. सोशल मीडिया और टीवी पर लोग चिंता जताते हैं कि ऐसी भाषा पीएम के लिए बोलना ठीक नहीं है. आपको पता है, वे नामदार हैं, हम तो कामदार हैं. नामदार तो कामदार को सदियों से ऐसे ही गाली-गलौज करते आए हैं. मैं तो गरीबी से निकला हूं, पांच-पचास गालियां पड़ जाएंगी तो पड़ जाएंगी."
क्या है Inheritance Tax
Inheritance Tax अमेरिका में लगने वाला एक टैक्स है. जब किसी की मौत हो जाती है तो उसकी संपत्ति उसके बच्चों को ट्रांसफर की जाती, इसी दौरान ये टैक्स लगाया जाता है. मतलब किसी व्यक्ति के मरने के बाद उसकी प्रॉपर्टी के बंटवारे पर ये टैक्स लगता है. प्रॉपर्टी के बंटवारे के बाद कुछ हिस्सा टैक्स के रूप में संबंधित परिवार को सरकार को देना होता है. इस टैक्स का मकसद आय की असमानता को कम करना है.