हजारीबागः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग समेत पूरे देश को बड़ी सौगात गांधी जयंती के अवसर पर हजारीबाग से दी है. धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान सहित कई विकास परियोजना का शिलान्यास और शुभारंभ किया गया है. हजारीबाग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 83,700 करोड़ रुपए की सौगात दी है.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के प्रांगण में अवस्थित मैदान में जनजातीय कार्य मंत्रालय के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को बड़ी सौगात दी है. धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान सहित कई विकास परियोजना का शिलान्यास और शुभारंभ किया गया. हजारीबाग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कु 83,700 करोड़ रुपए के योजनाओं की सौगात दी है.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत ‘जोहार’ से की. उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें झारखंड की विकास योजनाओं में सहभागी होने का मौका मिला है. ये योजनाएं आदिवासी समाज के कल्याण और उत्थान से जुड़ी हैं. ये परियोजनाएं भारत सरकार की ओर से आदिवासी समाज को मिल रही प्राथमिकता का प्रमाण हैं. आज पूज्य बापू की जन्म जयंती है. आदिवासी विकास के लिए उनके विचार हमारी पूंजी हैं. बापू का मानना था कि भारत का विकास तभी हो सकता है, जब जनजातीय समाज का विकास हो.
उन्होंने 79,156 करोड़ रुपए की लागत वाली धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान लॉन्च करते हुए कहा कि यह बहुत बड़ी योजना है, जिससे 65 हजार आदिवासी बहुल गांवों के विकास का अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने पीएम जन मन योजना का लोकार्पण, झारखंड में 40 एकलव्य स्कूलों का उद्घाटन और 25 स्कूलों का शिलान्यास भी किया. उन्होंने 1,380 किलोमीटर से अधिक सड़कें, 120 आंगनबाड़ी, 250 बहुउद्देशीय केंद्र और 10 स्कूल छात्रावास का तोहफा भी दिया.
इसके अलावा 3,000 गांवों में 75, 800 से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के घरों का विद्युतीकरण, 275 मोबाइल मेडिकल इकाइयों और 500 आंगनबाड़ी केंद्रों का भी लोकार्पण किया. धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना देश के आदिवासी बहुल गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और जनजातीय आबादी को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्यों पर केंद्रित है.