नई दिल्ली:फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को 30,000 भारतीय छात्रों को फ्रांस में पढ़ने के लिए आमंत्रित करने की पहल की घोषणा की. यह घोषणा पिछले साल फ्रांस के बैस्टिल दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पेरिस दौरे के एक महीने बाद आई है. इसे भारत-फ्रांस संबंधों में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा सकता है.
मैक्रों ने 'एक्स' पर कहा, '2030 में फ्रांस में 30,000 भारतीय छात्र. यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन मैं इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.' मैक्रों ने बताया कि कैसे देश में फ्रेंच सीखने के लिए गठबंधन फ्रेंचाइजी और अंतरराष्ट्रीय कक्षाओं के नेटवर्क के साथ नए केंद्र विकसित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि फ्रांस देश में भारतीय पूर्व छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया को भी सुविधाजनक बनाएगा.
उन्होंने कहा कि 'फ़्रांस आने का मतलब उत्कृष्टता की तलाश करना है. हम पब्लिक स्कूलों में फ्रेंच सीखने के लिए 'सभी के लिए फ्रेंच, बेहतर भविष्य के लिए फ्रेंच' शुरू कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि 'हम फ्रेंच सीखने के लिए नए केंद्रों के साथ एलायंस फ्रैंचाइज़ का नेटवर्क विकसित कर रहे हैं. हम अंतरराष्ट्रीय कक्षाएं बना रहे हैं जो उन छात्रों को हमारे विश्वविद्यालयों में शामिल होने की अनुमति देगी, जो जरूरी नहीं कि फ्रेंच बोलते हों. सबसे आखिर में लेकिन महत्वपूर्ण बात, हम फ्रांस में पढ़ने वाले किसी भी पूर्व भारतीय छात्र के लिए वीज़ा प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएंगे.'