आइजोल/गुवाहाटी: मिजोरम सरकार में ऊर्जा और बिजली मंत्री एफ रोडिंगलियाना के काफिले को कथित तौर पर आइजोल की सीमा पर असम राइफल्स के जवानों ने रोक दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद मिजोरम में असम राइफल्स के ठिकानों पर बिजली करीब 8 घंटे के लिए गुल हो गई. असम राइफल्स का आरोप है कि, इससे ऑपरेशनल तैयारियां खतरे में पड़ गईं और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा जोखिम पैदा हो गया.
खबर के मुताबिक, असम राइफल्स की नियमित सड़क गश्त के कारण उन्हें भारी बिजली कटौती का सामना करना पड़ा. मिजोरम में असम राइफल्स की सभी चौकियों की बिजली आपूर्ति गुरुवार को दोपहर 2 बजे से रात 8.30 बजे तक काट दी गई. खबर के मुताबिक, आइजोल के बाहरी इलाके में स्थित जोखावसांग में स्थापित एआर मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (एमवीसीपी) ने कथित तौर पर मिजोरम के बिजली मंत्री एफ रोडिंगलियाना के काफिले को रोक दिया.
इस पर मंत्री और उनके सुरक्षा कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि, असम राइफल्स ने मंत्री के काफिले को रोका. वहीं दूसरी ओर असम राइफल्स ने स्पष्ट किया कि काफिले को रास्ता दिया गया था और रुकने का फैसला काफिले ने ही लिया था. हालांकि, मिजोरम में असम राइफल्स की सभी चौकियों पर उसी दिन दोपहर 2 बजे से बिजली कटौती हो गई, जिसके बारे में एआर का मानना है कि यह उनके संचालन में बाधा डालने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया कदम था.
असम राइफल्स के प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान में शनिवार को यह बात कही गई, साथ ही कहा गया कि यह घटना 17 अक्टूबर को हुई, जब युद्ध जैसे सामानों की संभावित आवाजाही के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर असम राइफल्स ने ज़ोखावसांग के पास एक मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (एमवीसीपी) स्थापित किया था. एआर प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया, "जब मंत्री रोडिंगलियाना का काफिला, जिसमें चार वाहन शामिल थे, चेकपॉइंट के पास पहुंचा, तो मंत्री के वाहन को मानक प्रक्रियाओं के अनुसार गुजरने दिया गया. हालांकि, काफिला स्वेच्छा से उस स्थान पर रुक गया, जहां नागरिक वाहनों पर नियमित जांच की जा रही थी."
एआर (असम राइफल) प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि, इस दौरान मंत्री के लोक सचिव वाहन से बाहर निकले और अपनी जैकेट उतार दी और ड्यूटी पर मौजूद असम राइफल्स के जवानों के लिए अपशब्द कहे. आरोप है कि, लोक सचिव ने सैनिकों से जबरन बॉडी कैमरे भी छीन लिए, जबकि काफिले के अन्य सदस्यों का व्यवहार भी विघटनकारी था. एआर प्रवक्ता का कहना था कि, इस दौरान काफिला से बाहर आए लोगों ने देशभक्तिहीन टिप्पणियां भी कीं.