नक्सली ऑपरेशन को लेकर राजनीति, भूपेश बघेल पर एनकाउंटर को फर्जी कहने का आरोप, जानिए पूरी सच्चाई - Politics regards Naxalite operation
छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है.जिसमें बीएसएफ ने चारों ओर से घेरकर नक्सलियों की कंपनी को नेस्तोनाबूद कर दिया.प्लानिंग के तहत हुई इस कार्रवाई में नक्सलियों को उनकी मांद में घुसकर हमेशा के लिए सुला दिया गया. नक्सलियों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई में 29 हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं.जिसमें उनके टॉप कमांडर भी शामिल हैं.लेकिन अब छत्तीसगढ़ में इस एनकाउंटर को लेकर राजनीति तेज हो गई है.
रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले एक बड़ा नक्सली ऑपरेशन किया गया. जिसमें कांकेर के दक्षिण और नारायणपुर के उत्तर इलाके में बीएसएफ के जवानों ने नक्सलियों के गढ़ पर धावा बोला. पलक झपकते ही बीएसएफ जवानों ने एक के बाद एक नक्सलियों के टॉप लीडर्स को उन्हीं के ठिकाने पर लिटा दिया.बीएसएफ की इस कार्रवाई में 29 नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है.लेकिन अब इस नक्सली हमले को लेकर सियासत शुरु हो गई है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम ने नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को फर्जी बताया है.लेकिन हकीकत क्या है आईए जानते हैं. इससे पहले हम आपको वो बयान सुनवाते हैं,जिसे भूपेश बघेल ने कहा.
कांग्रेस शासन में बैकफुट पर थे नक्सली
क्या है भूपेश बघेल का बयान ?:तो सुना आपने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अपने बयान में कहा कि देश में 2014 से मोदी सरकार है.मोदी सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार 2018 तक थी.यानी चार साल तक डबल इंजन की सरकार थी.लेकिन इस डबल इंजन की सरकार के दौरान नक्सली वारदातों में कमी आने के बजाए बढ़ोतरी हुई. वहीं जब प्रदेश में 2018 में कांग्रेस की सरकार आई तो तब से लेकर 2023 तक छत्तीसगढ़ में नक्सली घटनाओं में कमी देखी गई. भूपेश बघेल ने बताया कि उनकी सरकार के समय नक्सली पूरी तरह से बैकफुट पर थे.जिन इलाकों में स्कूलों को तबाह किया गया था,उन इलाकों में कांग्रेस ने स्कूल दोबारा खुलवाएं. स्थानीय लोग और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से नक्सलियों को कंट्रोल किया गया था.
क्या सच में भूपेश ने कही फर्जी एनकाउंटर की बात ? :इसके बाद जो बात भूपेश बघेल ने कही उस बात को ही लेकर हो हल्ला मचाया जा रहा है.अब जरा आपको हम आपको भूपेश बघेल का वो बयान भी दिखाते हैं,जिसके बारे में ये कहा जा रहा है कि भूपेश बघेल ने नक्सलियों के खिलाफ हुई कार्रवाई को फर्जी बताया है.
बीजेपी की सरकार में हुए फर्जी एनकाउंटर
''भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में फर्जी एनकाउंटर होता रहा है.अब फिर से चार महीने में फर्जी एनकाउंटर बढ़े हैं और आदिवासियों को नक्सली बताकर गिरफ्तार किया जा रहा है. यहां भी पुलिस आदिवासियों को डरा धमका रही है कि आपको हम किसी भी केस में फंसाकर गिरफ्तार कर लेंगे.इस तरह की बातें कवर्धा जिले में भी सुनने को मिला है.तो आज आदिवासियों को डराया धमकाया जा रहा है,चाहे वो बस्तर हो,कांकेर हो या अन्य जिले हो.इस तरह की घटनाओं की वृद्धि हो रही है.'' - भूपेश बघेल, पूर्व सीएम छग
तो सुना आपने पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बयान जो बीजेपी शासन को लेकर कहा गया है.लेकिन मौजूदा समय में ये कहा जा रहा है कि पूर्व सीएम ने जवानों की कार्रवाई को फर्जी बताया है.इस बारे में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री से सवाल भी पूछ लिया गया.स्वाभाविक है कि इस सवाल का जवाब तो आना ही था.लिहाजा गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस बयान को दुर्भाग्यजनक बताया.
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया दुर्भाग्यजनक
"भूपेश बघेल के द्वारा इसे फर्जी एनकाउंटर बताया जा रहा है क्या जिन दो जवानों को गोली लगी है वह फर्जी हैं. या फिर मुठभेड़ के दौरान मारे गए 29 वर्दीधारी नक्सली फर्जी हैं. मारे गए नक्सलियों के कब्जे से पुलिस ने एके-47, इंसास और एसएलआर जैसे हथियार भी बरामद किए हैं. कांग्रेस ने 250 सड़क बनाने का वादा किया था. पुल पुलिया और नक्सली ऑपरेशन को नजरअंदाज किया. बीजेपी कार्यकर्ता या दूसरों की हत्या हुई तो कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है. भूपेश बघेल कांग्रेस सरकार में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और उन्हें इस तरह की बातें शोभा नहीं देती."- विजय शर्मा, गृहमंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री को मांगनी चाहिए माफी :गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सत्ता में रहते हुए भूपेश बघेल ने कहा था कि झीरम के सबूत मेरे जेब में है तो क्या अभी तक सबूत को जेब में रखे हुए हैं. आखिर निकालते क्यों नहीं. जवानों के अपमान को नहीं सहा जाएगा. उसके लिए माफी मांगनी होगी. अगर माफी नहीं मांगते हैं तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी.
गृहमंत्री ने जवानों को दी बधाई : नक्सली के खिलाफ की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने जवानों का हौंसला बढ़ाया.इस दौरान गृहमंत्री ने वीर सैनिकों से वीडियो कॉल में बात की. वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने जवानों से मुलाकात की और बताया कि जवानों से मिलकर उन्हें करंट लगा है. जवान के दोनों पैर से गोली पार होने के बाद भी जवानों का हौंसला कम नहीं हुआ. जवान के दोनों पैर से गोली पार होने के बाद भी जवान लड़ने को तैयार थे."
आपको बता दें कि मंगलवार को कांकेर जिले में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सुरक्षा बल नक्सलियों की मांद में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की तरह इस ऑपरेशन को जवानों ने किया है. इस पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 29 नक्सली ढेर हुए हैं.सभी नक्सली वर्दीधारी थे और कुछ नक्सलियों के घायल होने की भी सूचना है.