रायपुर: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार को राजधानी रायपुर में कहा कि जब सभी भारतवासी एक हैं तो फिर जातिगत जनगणना की क्या जरुरत है. किसी की जाति से देश का भला नहीं होने वाला है. जो खुद को जिस जाति का मानना चाहता है उसे मानने दिया जाना चाहिए. किसी भी राजनीतिक दल को धर्म और जाति की राजनीति नहीं करनी चाहिए. कांग्रेस ने शंकराचार्य के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जातिगत जनगणना से पिछड़े लोगों का उद्धार होगा, समाज में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने जवाब दिया है. मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस का अस्तित्व खत्म हो रहा है ऐसे में वो जाति का खेल खेलकर खुद को जिंदा रखना चाहती है.
जब भारत के सभी निवासी एक हैं तो जातिगत जनगणना क्यों करना. जो जिस जाति को मान रहा है उसे मानने दिया जाए. किसी भी राजनीतिक दल को धर्म और जाति की राजनीति नहीं करनी चाहिए. जातिगत जनगणना को मैं उचित नहीं मानता. लोकसभा चुनाव में गौ हत्या बड़ा मुद्दा रहेगा. जो हत्यारे दलों के साथ होंगे उसे हिंदू नहीं मानेंगे. जो गौ हत्यारा पार्टी को वोट देगा वो भी गौ हत्या के पाप का भागी बनेगा. स्वार्थ के लिए कुछ लोग नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. - स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, शंकराचार्य