पुलिस ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jodhpur) जोधपुर.ग्रामीण पुलिस ने ओसियां क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने के मामले का खुलासा किया है. जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार सुबह अति. पुलिस अधीक्षक भोपाल सिंह लखावत के नेतृत्व में जिला विशेष टीम ने जाली भारतीय मुद्रा बनाने की मशीनरी व 28,400 रुपए के नकली नोट बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके से बेहतर क्वालिटी के स्कैनर और प्रिंटर बरामद किए हैं. नोट छापने का पूरा सेटअप आरोपी ने अपने घर पर लगा रखा था. आरोपी लगातार नोट की क्वालिटी इंप्रूव कर रहा था. वह तीन-चार महीने से प्रयासरत था. आशंका है कि इस दौरान कुछ नोट बाजार में भी उसने चलाए होंगे, जिसको लेकर उससे पूछताछ की जा रही है. जिला पुलिस अधीक्षक ने आरोपी को गिरफ्तार करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले जिला जोधपुर ग्रामीण की टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है.
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यूट्यूब से सीखा नोट बनाना : एएसपी भोपाल सिंह ने बताया कि नकली नोट बनाने की सूचना डीएसटी के एएसआई अमानाराम द्वारा विकसित की गई थी. ओसियां एसएचओ राजेश कुमार गजराज ने टीम के साथ बागड़वा की ढाणी, महादेव नगर, चिराई निवासी बाबूराम विश्नोई के मकान में दबिश दी, तो वहं पर बड़ी मात्रा में नकली नोट बनाने की सामग्री स्कैनर, प्रिन्टर, कागज, कटर आदि बरामद हुए. पुलिस ने मोके से 500 रुपए के 56 नोट और 200 रुपए के 2 नोट जब्त किए. पुलिस ने कुल 28,400 रुपए बरामद किए हैं. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर नकली नोट बनाने की बात देखी और यूट्यूब पर नकली नोट बनाने की विधि सीखी.
जल्दी अमीर होना चाहता था :पूछताछ मेंआरोपी ने पुलिस को बताया कि वह महाराष्ट्र में गैस वितरण का कार्य करता था, लेकिन उस काम मेहनत ज्यादा और पैसा कम मिलता था, जबकि वो जल्दी से जल्दी अमीर बनना चाहता था. इस दौरान सोशल मीडिया पर रील देखते हुए नकली नोट बनाने का आइडिया आया. इसके बाद उसने यूट्यूब पर वीडियो देखे और स्कैनर, रंगीन प्रिन्टर खरीद लिया. उसने नकली नोट बनाने के लिए आवश्यक कागज व कटर आदि खरीदे. इसके बाद गांव में नकली नोट बनाना शुरू कर दिया. आरोपी ने बताया कि कई ट्रायल के बाद वह हुबहू नोट बना पाया था.