नई दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जवाब दिया. उनसे पहले अन्य सांसदों ने धन्यवाद प्रस्ताव अपनी-अपनी राय रखी. चीन को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला व्यक्त किया. अधीर रंजन चौधरी ने मालदीव पर भारत की नीति की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि सरकार अब राम की शरण में है.
क्या कहा पीएम मोदी ने-
- विपक्ष पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने उसी तरफ बैठने का मन बना लिया है और मुझे तो यह भी लगता है कि आप अगले चुनाव में आप दर्शक दीर्घा में जरूर दिखेंगे.
- आपलोगों ने बहुत तोड़ा अपने देश को, उधर नेता तो बदल जाते हैं, लेकिन टेपरिकॉर्ड वही रहता है. वे लोग चुनाव के लिए मेहनत नहीं करना चाहते हैं. अब क्या ये भी मैं ही सिखाऊंगा.
- विपक्ष की हालत के लिए कांग्रेस सबसे बड़ी जिम्मेदार पार्टी है. उसके पास एक अच्छा विपक्षी पार्टी बनने का मौका मिला, लेकिन वे अपने दायित्व में असफल हो गए.
- कांग्रेस ने दूसरी पार्टियों के कई उभरते हुए नेता को उभरने ही नहीं दिया. वे चाहते हैं कि उनकी पार्टी का ही एक चेहरा सब जगह दिखे.
- कांग्रेस के नेता ही कहते हैं कि उन्होंने दुकान खोल रखी है. लेकिन उनकी दुकान अब बंद होने वाली है. एक ही परिवार से कई लोग राजनीति में रह सकते हैं. लेकिन जो पार्टी एक ही परिवार के हितों को आगे रखे, सारे निर्णय वही ले, उसे ही परिवारवाद कहते हैं.
- कांग्रेस कैंसिल कल्चर में यकीन करने लगी है. हम कहते हैं - संसद की नई इमारत, वे कहते हैं कैंसिल, हम कहते हैं - मेक इन इंडिया, वे कहते हैं- कैंसिल ....इतनी नफरत है उनके मन में मोदी के प्रति.
- आज पूरा देश भारत की तारीफ कर रहा है.
- ये मोदी की गारंटी है कि भारत हमारे तीसरे कार्यकाल में दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा.
- अब विपक्ष कहता है कि इसमें क्या है, यह तो अपने आप हो जाएगा. लेकिन मैं देश को बताना चाहता हूं कि सरकार क्या चीज होती है.
- 2014 के फरवरी महीने में अंतरिम बजट पेश करते हुए कांग्रेस के वित्त मंत्री ने कहा था- हम दुनिया की 11वीं बड़ी आर्थिक शक्ति बन गए हैं. भारत अगले 30 सालों में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा. ये था उनका विजन. और अगर आप 11वीं रैंकिंग से खुश थे, तो आप आज पांचवां स्थान पर गर्व क्यों नहीं करते हैं.
- अगर कांग्रेस की रफ्तार से काम हो रहा होता, तो आज देश का जितना विकास हुआ, उस स्तर तक पहुंचने में 100 साल लग जाते.
- नेहरू ने कहा था- लाल किले से कहा था- हिंदुस्तान के लोगों में अधिक काम करने की प्रवृत्ति नहीं होती है. यानी उनका कहना था कि भारतीय आलसी होते हैं. इंदिरा जी ने भी कहा था, वह भी लाल किले से कहा था- जब कोई शुभ कार्य पूरा होने वाला होता है, आत्मसंतुष्ट हो जाते हैं और असफलता मिलने पर कभी-कभी पूरा राष्ट्र ही पराजय का भाव अपना लेता है.
- कुछ दिन पहले ही उन्होंने भानुमति का कुनबा जोड़ा, अब तो उनके अलायंस का ही अलाइनमेंट बिगड़ गया. कुनबे के लोगों को एक दूसरे पर विश्वास नहीं है, तो वे देश के लोगों पर कैसे भरोसा करेंगे. हमें तो देश के सामर्थ्य और उनकी शक्ति पर पूरा भरोसा है.
- हमने पहले कार्यकाल में कांग्रेस के गड्ढों को भरा, दूसरे कार्यकाल में विकास किया. तीसरे कार्यकाल में गति प्रदान करेंगे.