नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि देश एकजुट संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, लेकिन कुछ लोग इस प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से अपने संबोधन में कहा, 'हम उसी संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन कुछ लोग हैं जो प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर सकते या भारत की प्रगति के बारे में तब तक नहीं सोच सकते जब तक कि इससे उन्हें लाभ न हो. वे अराजकता चाहते हैं. देश को इन मुट्ठी भर निराशावादी लोगों से खुद को बचाने की जरूरत है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाहरी और आंतरिक दोनों तरह की चुनौतियां हैं. ऐसी और चुनौतियां सामने आएंगी. उन्होंने कहा, 'मैं ऐसी ताकतों से कहना चाहता हूं कि भारत का विकास किसी के लिए खतरा नहीं होगा. दुनिया को भारत के विकास को देखकर चिंता नहीं करनी चाहिए.' उन्होंने भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भ्रष्टाचार ने भारत को वर्षों तक त्रस्त किया है. हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और हम इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे. हमारा दृष्टिकोण ईमानदार है और देश के प्रति समर्पण है. इन सभी लोगों के बावजूद, हम इस देश को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे.'
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश की प्रगति कभी भी दूसरों की कीमत पर नहीं होती. उन्होंने कहा, 'युद्ध हमारा रास्ता नहीं है. यह बुद्ध का देश है. तमाम चुनौतियों के बावजूद हमें आगे बढ़ना चाहिए. क्या कोई सोच सकता है कि लोग खुलेआम भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं? जो लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं, वे चिंता का विषय हैं.'