पटनाः सोमवार की देर रात बिहार के दरभंगा में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के बाद प्रदेश का कानून-व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गये हैं. इस घटना के बाद विपक्ष हमलावर है और सरकार से सवाल पूछ रहा है कि क्या सीएम नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है वहीं सत्तापक्ष का दावा है कि अपराधी किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे.
पप्पू का सवाल:'क्या खत्म हो गया सुशासन बाबू का इकबाल ?:' मुकेश सहनी के पिता की हत्या पर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पप्पू यादव ने कहा कि "बिहार में किसी न किसी की हत्या होती ही रहती है. पटना में ही दो बच्चों की हत्या हुई. वहीं मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर 100 बच्चियों के साथ शोषण किया गया. मुकेश साहनी के पिता की हत्या बहुत ही दुःखद घटना है. नीतीश कुमार का जो इकबाल था वह धीरे-धीरे खत्म हो रहा है."
'ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं': बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी जी के पिताजी की निर्मम हत्या की कठोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि "मैं इस घटना से पूरी तरह स्तब्ध हूं. इस तरह के जघन्य अपराध को सुशासन की सरकार में कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. मेरी सहनी जी के शोकाकुल परिवार के साथ संवेदना है. ईश्वर से मेरी कामना है कि इस दुःख की घड़ी में सहनी जी के परिवार को हिम्मत दे एवं आत्मा को शांति प्रदान करें"
'सीएम ने खुद संज्ञान लिया है': वहीं जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि "मुख्यमंत्री ने पूरे मामले पर खुद ही संज्ञान लिया है और मुकेश सहनी से भी बातचीत की है. उसके बाद डीजीपी को भी निर्देश दिया है.मुकेश सहनी हम लोगों के साथ भी रह चुके हैं और यह मामला किसी दल का नहीं है. दुःखद घटना है और दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि आगे कोई इस तरह की हिम्मत ना कर सके."
'दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा':इस मामले पर बिहार के सूचना जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि "मुकेश सहनी के पिता की निर्मम हत्या के बाद से पुलिस प्रशासन मौके पर जुटा है.दोषी कोई भी हो जल्द शिंकजे में होगा.बिहार सरकार इस मामले को लेकर पूरी तरह सख्त है."
'फेल हो चुकी है कानून-व्यवस्था': मुकेश सहनी की पिता की हत्या पर विपक्ष लगातार हमलावर है. आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह ने कहा है कि "बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं. बिहार में सरकार कौन चला रहा है ? यह सब को पता है इसलिए सरकार का कोई भी नियंत्रण नहीं है. कानून व्यवस्था का जो हाल है, ऐसा लग रहा है कि किसी की भी हत्या किसी वक्त हो सकती है."
'गंभीरता से जांच होनी चाहिए':केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि " जो मरे हैं, उनके प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं. ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए. मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. घटना निंदनीय है." वहीं आरजेडी के इसे जंगलराज बताए जाने पर मांझी ने कहा कि "जो लोग जंगलराज के प्रतिपादक हैं, इसलिए उन्हें जंगलराज याद आता है."