चिराग पासवान का विपक्ष पर हमला, बोले- विपक्षी दल अपनी सरकार में किसे देते हैं डिप्टी स्पीकर का पद - PARLIAMENT SESSION 18TH LOK SABHA - PARLIAMENT SESSION 18TH LOK SABHA
Chirag Paswan Attacks Opposition: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने लगातार दूसरी बार ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर बनने पर उन्हें बधाई दी. इस दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी जवाब दिया.
लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर भाषण देते चिराग पासवान. (ANI)
नई दिल्ली: लगातार दूसरी बार ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर बनने पर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने उन्हें बधाई दी. इस दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी जवाब दिया.
चिराग पासवान ने बिना नाम लिए कांग्रेस सांसद राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि कई बार जब विपक्ष के द्वारा कई बातें कही जाती हैं. मैं आपसे इतना जरूर आग्रह करूंगा कि जब एक उंगली किसी के तरफ उठाते हैं तो बाकी उंगलियां आपकी तरफ होती हैं. जब आप सत्ता पक्ष से किसी एक आचरण की उम्मीद रखते हैं, वही उम्मीद हम लोग भी आपसे रखते हैं. ऐसे कई राज्यों के उदाहरण हैं जिनका नाम मैं नहीं लेना चाहूंगा.
उन्होंने कहा कि जब आप स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद की बात करते हैं, तो कई राज्य ऐसे हैं जहां पर स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का पद भी आप ही के पास है. वहां एनडीए का कोई घटक दल सरकार नहीं चला रहा है. विपक्ष के दल सरकार चला रहे हैं. ऐसे में इस उम्मीद के साथ अगले पांच साल आपका नेतृत्व, मार्गदर्शन उतनी ही खूबसूरती से मिलता रहेगा, जैसे पहले पांच साल में मिला.
ओम बिरला के दोबारा स्पीकर चुने जाने पर चिराग पासवान ने कहा कि 18वीं लोकसभा में जिस तरीके से पुन: आपको यह जिम्मेदारी मिली है, हम सबका 17वीं लोकसभा का अपना एक अनुभव है. उस वक्त जिस तरह से महिलाओं और युवाओं को, ऐसे सांसद जो पहली बार चुनकर आए, आपने उनको प्रोत्साहित करने का काम किया.
इस बार मेरी पार्टी में भी युवाओं और महिलाओं की तादाद है. उम्मीद रखता हूं कि आप उनको भी उसी तरीके से मौका देंगे. मेरे पिता रामविलास पासवान के विचारों को लेकर हमारी पार्टी आगे बढ़ने का काम कर रही है. पिछले 5 साल में आपने तमाम विचारों को सदन में रखने का मौका दिया. इस बात को कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है. आपके द्वारा जो पिछले 5 साल में फैसले लिए गए हैं, उसने संविधान की मर्यादा को बढ़ाने और लोकतंत्र को मजबूती देने का काम किया है.
उन्होंने आगे कहा कि हम चुनाव लड़कर आ गए हैं. मैं तमाम साथियों से यही आग्रह करना चाहता हूं कि जहां चुनाव लड़ना था, हम लोग लड़ चुके. अब हम सबकी जिम्मेदारी है कि अपने-अपने क्षेत्रों के मुद्दों को यहां पर रखें और अपने देश को आगे लेकर जाने की जिम्मेदारी के साथ हम लोग यहां पर कार्य करने का प्रयास करें.