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भाजपा-जेडीएस की बेंगलुरु-मैसूर पदयात्रा के लिए आधिकारिक अनुमति नहीं: कर्नाटक गृह मंत्री - Bengaluru Mysore Padayatra

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 29, 2024, 6:22 PM IST

कर्नाटक के बेंगलुरु में गृह मंत्री जी परमेश्वर ने विपक्षी दलों की पदयात्रा को लेकर कहा कि उन्हें कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन अगर वे पदयात्रा करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं.

Karnataka Home Minister Dr. G. Parameshwara
कर्नाटक गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर (फोटो - ETV Bharat Karnataka)

बेंगलुरु: गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि 'कर्नाटक में विपक्षी दलों भाजपा और जेडीएस द्वारा की जा रही बेंगलुरु-मैसूर पदयात्रा को अभी तक कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन अगर वे बिना किसी को परेशान किए पदयात्रा करना चाहते हैं, तो करें.' भाजपा और जेडीएस नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ सुनाई गई शिकायतों के खिलाफ 3 अगस्त से बेंगलुरु से मैसूर तक एक सप्ताह की पदयात्रा करने की योजना बनाई है.

विपक्षी दलों ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूमि के आवंटन में अवैधता के कारण मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे और कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड में अवैधता की सीबीआई जांच की मांग को लेकर पदयात्रा करने का फैसला किया है.

बेंगलुरू के सदाशिवनगर में अपने आवास के पास बोलते हुए परमेश्वर ने कहा कि 'बीजेपी ने पहले हमारी पदयात्रा के लिए अनुमति नहीं दी थी. फिर भी हमने अनुमति दी और वे भी ऐसा कर सकते हैं. लेकिन सरकार ने बीजेपी-जेडीएस पदयात्रा के लिए अनुमति नहीं दी. आधिकारिक तौर पर, हमारा पुलिस विभाग इसकी अनुमति नहीं देता है. यह पदयात्रा को नहीं रोकता है.'

उन्होंने कहा कि 'अगर अनुमति दी जाती है, तो कानूनी समस्याएं होंगी. लेकिन लोगों को परेशान किए बिना पदयात्रा आयोजित की जानी चाहिए. हम पदयात्रा के लिए कोई भी व्यवस्था करेंगे.'

क्या बोले सीएम सिद्धारमैया: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि 'भाजपा MUDA घोटाले के मुद्दे पर ब्लैकमेल की रणनीति पर काम कर रही है. वे एक गैर-मौजूद घोटाला खड़ा कर रहे हैं.' मैसूरु में सोमवार को सरकारी गेस्ट हाउस में मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि 'बीजेपी के पास कोई विचारधारा नहीं है. वे कभी न्याय के पक्ष में नहीं रहे. हमने पहले ही MUDA घोटाले की न्यायिक जांच के लिए कहा है. इससे ज्यादा और क्या चाहिए.'

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि 'क्या यह समझ में आता है कि केंद्रीय मंत्री (एच डी कुमारस्वामी) न्यायिक जांच को संदेह की दृष्टि से देखते हैं? भाजपा के शासन के दौरान कितने भ्रष्टाचार हुए हैं. लेकिन उन्होंने कोई न्यायिक जांच नहीं की और हमारे पिछले कार्यकाल के दौरान हमने 7-8 मामले सीबीआई को दिए थे.'

उन्होंने कहा कि 'मुझे MUDA घोटाले से कोई शिकायत नहीं है. मैंने कुछ भी गलत नहीं किया. 40 साल की राजनीति में मेरे खिलाफ कई आरोप लगे हैं. मैं इससे राजनीतिक रूप से निपटूंगा. अगर भाजपा पदयात्रा करना चाहती है, तो करे. हम भी राजनीतिक रूप से इसका सामना करने के लिए पदयात्रा करेंगे.'

कुमारस्वामी को MUDA में जगह मिली: उन्होंने आलोचना की कि 'क्या आप जानते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को कितनी जगहें मिली हैं? एचडी कुमारस्वामी को MUDA में 40 साल पहले एक जगह मिली थी, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि पुट्टैया के सीआईटीबी अध्यक्ष रहते हुए देवगौड़ा के परिवार ने कितनी जगहें ली थीं. इसका कब्ज़ा विलेख भी मिला. अब वे यह दावा करते हुए घूम रहे हैं कि उन्हें वह जगह नहीं मिली है.'

सिद्धारमैया ने कहा कि 'मैं यह नहीं कहूंगा कि मेरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार पूरी तरह खत्म हो गया है. लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है कि कम हुआ है. देश ने देखा है कि पहले भाजपा में कितना भ्रष्टाचार था. अब भाजपा कर्नाटक को भ्रष्टाचार वाला राज्य बताने की कोशिश कर रही है. और वे इस मुद्दे को संसद में भी उठा रहे हैं.'

सीएम ने कहा कि 'हम मेकेदातु बांध (कावेरी नदी) बनाने के लिए तैयार हैं. तमिलनाडु के लोग राजनीतिक कारणों से विरोध कर रहे हैं. अगर केंद्र सरकार हस्तक्षेप करती है, तो हम बांध बनाने के लिए तैयार हैं.'

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