नई दिल्ली:फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में वैक्सीन के खतरनाक साइड इफेक्ट की बात स्वीकार की थी. जिसके बाद कोविशील्ड वैक्सीन पर मचे बवाल के बाद हार्ट अटैक के खतरे के जोखिम से हड़कंप मच गया. वहीं भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों ने शुक्रवार (10 मई) को कहा कि, अधिकांश लोगों को कोविड-19 टीकों की तीन खुराकें दी गई हैं, इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. यह बयान ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा अदालत में स्वीकार किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने उनके कोविड-19 वैक्सीन के दुष्प्रभाव की बात स्वीकार की थी.
टीटीएस सिंड्रोम का दुर्लभ दुष्प्रभाव
एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि टीटीएस सिंड्रोम का एक दुर्लभ दुष्प्रभाव है. यह एक दुर्लभ समस्या है जो 2021 में व्यक्तियों में कोविशील्ड की पहली खुराक दिए जाने के बाद हुई थी. अब अधिकांश व्यक्तियों को तीन खुराकें दी गई हैं. इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान (एनआईएचएफडब्ल्यू) की कार्यक्रम सलाहकार समिति की अध्यक्ष डॉ. सुनीला गर्ग ने ईटीवी भारत को बताया कि,कोरोना काल में सभी टीकों का आपतकालीन उपयोग ने अस्पताल में भर्ती होने और गंभीरता को रोकने के उद्देश्य को पूर्ण किया है. उन्होंने आगे कहा कि, अब भी कोविड के अलग-अलग वैरिएंट देखे जा रहे हैं. ये सभी ओमिक्रॉन के वेरिएंट हैं लेकिन कोई बड़ा प्रकोप नहीं देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि, सरकार को मामलों की घटना पर नजर रखनी चाहिए. जीनोम सिक्वेंसी किया जाना चाहिए और कोविशील्ड के बारे में मिथकों और गलतफहमियों को दूर करना चाहिए. हालांकि, डॉ. गर्ग ने कहा कि हर टीके के कुछ दुष्प्रभाव होते हैं.
कोविशील्ड के दुष्प्रभाव
एस्ट्राजेनेका ने हाल ही में अदालती दस्तावेजों में स्वीकार किया था कि कोविड-19 के खिलाफ उसके टीके (कोविशील्ड) में टीटीएस पैदा करने की क्षमता है, जो रक्त के थक्के जमने से जुड़ा एक दुर्लभ साइड इफेक्ट है. कंपनी की कोविड-19 वैक्सीन वैश्विक स्तर पर कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड नाम के तहत बेची गई थी। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) के साथ घनास्त्रता एक गंभीर और जीवन-घातक प्रतिकूल घटना है.
कोविशील्ड से SII कनेक्शन
भारतीय फार्मा दिग्गज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोविशील्ड का निर्माता है, जो भारत में एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी वैक्सीन द्वारा विकसित वैक्सीन है. एस्ट्राजेनेका की स्वीकारोक्ति के बाद, SII ने कहा है कि उसने कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड बनाना और आपूर्ति करना बंद कर दिया है. ब्रिटेन के हाईकोर्ट में पेश दस्तावेजों में एस्ट्राजेनेका ने टीटीएस जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट्स की बात कबूल करने के बाद कंपनी ने दुनियाभर से अपना कोरोना का टीका वापस मंगा लिया है.