हैदराबाद: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक प्रमुख सदस्य मोहम्मद अब्दुल अहद को हिरासत में लेने की योजना बना रही है. अब्दुल अहद ने दो दिन पहले अदालत में आत्मसमर्पण किया था. करीब ढाई साल से वह फरार था.
दंगा भड़काने की साजिश के आरोपः निजामाबाद जिले के मालापल्ली के पास ऑटोनगर का रहनेवाला अहद पर आत्मरक्षा शिक्षा की आड़ में स्थानीय युवाओं को असामाजिक तत्वों के रूप में तैयार करने और दंगे भड़काने की साजिश रचने के आरोप हैं. जुलाई 2022 में निजामाबाद शहर के एक पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी थी. अहद के अलावा 27 अन्य लोग इसमें आरोपी हैं.
22 लोग किये जा चुके हैं गिरफ्तारः कुल 28 आरोपियों में से 22 लोगों को पिछले ढाई साल में गिरफ्तार कर लिया गया है. छह अन्य आरोपी फरार थे, जिसमें अहद ने बुधवार को नामपल्ली में एनआईए की विशेष अदालत में चौथे अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश (एमएसजे) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
छिपने में किसने किया था सहयोगः एनआईए उससे पूछताछ करने और उसके छिपने के दौरान उसके सहयोगियों की पहचान करने के लिए उसकी हिरासत की मांग कर रही है. कथित तौर पर इस जांच को सुविधाजनक बनाने के लिए हिरासत याचिका तैयार की जा रही है. पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासा होने की उम्मीद है. इस बात की भी जांच की जाएगी कि इसमें और किनकी संलिप्तता है.
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