बेतिया : बॉलीवुड स्टार सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग मामले में मुंबई पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जब उनके तार बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले से जुड़े तो मुंबई पुलिस उन आरोपियों के गांव में पहुंच गई. फिर उसके इतिहास को खंगालने लगी कि आखिर में गिरफ्तार दोनों आरोपियों का पुराना अपराधिक इतिहास क्या है? और दोनों कैसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आये?
मुंबई पुलिस ने बेतिया में डाला डेरा : मुंबई पुलिस के जेहन में सबसे बड़ा सवाल ये कौंध रहा है कि मुंबई में ये दोनों करते क्या थे? इन तमाम बिंदुओं की जांच करने के लिए खुद मुंबई पुलिस गौनाहा थाना क्षेत्र के मंझरिया पंचायत के मसही गांव के रहने वाले विक्की गुप्ता और सागर पाल के घर पहुंची हुई है. बेतिया पुलिस भी उनके परिजनों से पूछताछ कर रही है.
सलमान के घर फायरिंग मामला : फिल्म अभिनेता सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग मामले में गिरफ्तार आरोपियों के गांव में सन्नाटा पसरा है. नरकटियागंज के मठ मंझरिया पंचायत के मसही गांव के रहने वाले विक्की गुप्ता और सागर पाल घर से मजदूरी के लिए मुंबई गए थे. परिवार के लोग किसी भी तरह के जानकारी से इनकार कर रहे हैं और अपने बेटे को बेकसूर बता रहे हैं. वहीं स्थानीय गौनाहा थाना में भी दोनों के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं है.
दोनों आरोपियों की कुंडली खंगाल रही पुलिस: स्थानीय पंचायत के मुखिया भी उनके आपराधिक चरित्र से बेखबर हैं. परिजनों से पुलिस पूछताछ की है. दोनों आरोपियों की अपराधिक कुंडली को भी आसपास के जिलों से खंगाला जा रहा है. फिलहाल दोनों की गिरफ्तारी के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं, बिहार पुलिस की टीम लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े सभी नेटवर्क को खंगाल रही है. बताया जाता है कि चंपारण के इलाके में हाल के दिनों में लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों की सक्रियता निश्चित तौर पर बढ़ी है.