पटना: वैलेंटाइन वीक यानी मोहब्बत का महीना चल रहा है. आज वैलेंटाइन वीक का चौथा दिन है जिसे टेडी-डे के रूप मनाया जाता है. राजनेताओं की प्रेम कहानी की चर्चा भी बिहार में होती है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रेम की चर्चा भी सबके जुबां पर है. आज हम आपको किसी स्टार की नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंजू देवी की लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं.
नीतीश और मंजू की हुई थी अरेंज मैरिज: नीतीश कुमार की राजनीतिक जिंदगी जितनी ही दिलचस्प है उतनी ही उनकी प्रेम कहानी भी दिलचस्प है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अरेंज मैरिज हुआ था. सियोदा गांव के कृष्णनंदन सिन्हा स्कूल में प्रधानाध्यापक थे. उनकी पुत्री मंजू सिन्हा पटना मगध महिला कॉलेज में समाजशास्त्र की छात्रा थी. नियति ने जोड़ी मिला दी थी और नीतीश कुमार और मंजू सिन्हा की शादी तय हो गई.
शिक्षक बनने का सपना और इंजीनियर से शादी: कॉलेज में पढ़ाई कर रही मंजू सिन्हा ने शिक्षक बनने का सपना अपने लिए संजोया था. मंजू सिन्हा इंजीनियर लड़का से विवाह रचना चाहती थी और ऐसी स्थिति बन गई और बेहद सादगी से दोनों की शादी समारोह संपन्न हुई. 1973 में मंजू सिन्हा और नीतीश कुमार ने शादी रचाई .नीतीश कुमार छात्र जीवन से ही सादगी पसंद थे और उन्होंने दहेज रहित विवाह की योजना बना रखी थी.
दहेज लेने पर नाराज हुए थे नीतीश कुमार: पूर्व विधान पार्षद प्रेम कुमार मणि बताते हैं कि ''उन दिनों विवाह के मौके पर दहेज का प्रचलन था. नीतीश कुमार के पिता वैद जी ने मंजू सिंह के पिता से दहेज में ₹22000 ले लिए थे. नीतीश कुमार को जब यह मालूम चला तो वह बेहद नाराज हो गए और अपने पिता को पैसे लौटाने के लिए खबर भिजवाया. जेपी आंदोलन से निकले नीतीश कुमार को यह पसंद नहीं था कि उनकी शादी में दहेज का लेनदेन हो.''
भिखारियों के लिए मंजू ने योजना बनाने की कही थी बात: प्रेम कुमार मणि बताते हैं कि जब पहली बार बिहार में नीतीश कुमार सत्ता में आए थे तब मैं नीतीश कुमार के साथ सुशासन का फार्मूला बना रहा था. उसी मंजू सिन्हा का फोन आया नीतीश जी ने फोन मुझे दे दिया और उन्होंने मुझसे कहा कि पटना में भिखारी और गरीब लाचार लोगों के लिए भी योजना बनाइए.बात के दिनों में पटना में रेन बसेरा और आश्रय स्थल बनवाए गए जिसका नतीजा है की राजधानी पटना में भिखारी ना के बराबर दिखते हैं.
जब मंजू सिन्हा गंभीर रूप से बीमार हुई थी: प्रेम कुमार मणि नीतीश कुमार के उसे दौर में करीबी मित्र हुआ करते थे और दोनों के रिश्तों को बात करीब से समझा था प्रेम कुमार मणि कहते हैं कि एक बार मंजू सिन्हा बीमार पड़ी थी और उनका ऑपरेशन हुआ था तब नीतीश कुमार ने उनका खूब ख्याल रखा था. कई बार हम भी उनके साथ गए थे ऑपरेशन के बाद नीतीश कुमार उन्हें टहलने का काम भी करते थे.
मुख्यमंत्री की पत्नी पैदल स्कूल जाती थी : प्रेम कुमार मणि कहते हैं कि मंजू सिन्हा बेहद ईमानदार थी कई मायने में वह नीतीश कुमार से अधिक ईमानदार थी. कभी भी उन्होंने सरकारी सुविधा का उपयोग नहीं किया उनके पति मुख्यमंत्री थे बावजूद इसके वह पैदल स्कूल जाती थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पद और कद का उपयोग मंजू सिन्हा ने कभी नहीं किया और नीतीश कुमार को भी यह पसंद आता था.
नीतीश कुमार फूट-फूट कर रहे थे : वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे बताते हैं कि नीतीश कुमार अपनी पत्नी मंजू सिन्हा से बेहद प्रेम करते थे. 2007 में जब उनके निधन हुई तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फूट-फूट कर रहे थे. नीतीश कुमार का मंजू सिन्हा के प्रति प्रेम आज भी बरकरार है. उनकी याद में राजधानी पटना के राजेंद्र नगर में आदमकद प्रतिमा बनवा गई है. नीतीश कुमार हर पुण्यतिथि और जन्मतिथि के मौके पर नमन करने जाते हैं.
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