मैसूरू: कर्नाटक में मुडा केस में सीएम सिद्धारमैया की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी है. ताजा जानकारी के मुताबिक आज बुधवार को भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. मुडा साइट आवंटन मामले में पूछताछ के लिए जारी समन के जवाब के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया लोकायुक्त पुलिस के समक्ष पेश हुए. इनके आलावा बीजेपी नेता भी लोकायुक्त पुलिस के समक्ष हाजिर हुए.
भाजपा विधायक टी एस श्रीवत्स के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने सिद्धारमैया की आलोचना की और उनसे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने तथा जांच का सामना करने को कहा. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि एक वर्तमान मुख्यमंत्री के खिलाफ निष्पक्ष जांच कैसे हो सकती है. लोकायुक्त जांच के तरीके पर संदेह व्यक्त करते हुए श्रीवत्स ने मांग की कि मामला सीबीआई को सौंप देना चाहिए.
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां थाम रखी थीं और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया तथा कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए. उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें प्रदर्शन नहीं करने दे रही है. प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मौके से हटा दिया. बता दें, लोकायुक्त पुलिस की दर्ज एफआईआर में सीएम सिद्धारमैया को आरोपी नंबर 1 बनाया गया है. उनपर मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) द्वारा अपनी पत्नी पार्वती बी एम को 14 साइटों के आवंटन में अवैधता का आरोप है. पुलिस एफआईआर में उनकी पत्नी को आरोपी नंबर 2 बनाया गया है.
सिद्धारमैया, उनकी पत्नी, साले मल्लिकार्जुन स्वामी और देवराजू (जिनसे स्वामी ने एक जमीन खरीद कर पार्वती को उपहार में दी थी) और अन्य के नाम लोकायुक्त पुलिस की 27 सितंबर को दर्ज एफआईआर में शामिल हैं. वहीं, स्वामी और देवराजू पहले ही लोकायुक्त पुलिस के समक्ष गवाही दे चुके हैं.
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