पटना : 24 घंटे में अंडरवर्ल्ड डॉन लॉरेंस बिश्नोई को ठिकाने लगाने, दो टके का गैंगस्टर बताने वाले पूर्णिया सांसद पप्पू यादव अपने बयानों से मुश्किलों में घिर गए हैं. अब लॉरेन्स बिश्नोई गैंग की नजर पप्पू यादव पर घूम गई है. पप्पू यादव को एक थ्रेट कॉल भी आई है जिसके बाद वो काफी डरे हुए हैं. इसलिए उन्होंने केंद्र से लेकर राज्य सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई है लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई है.
"मुख्यमंत्री जी सत्ता वाले लोगों से मिलेंगे, गैर सत्ता वाले लोगों से मिलेंगे नहीं. मैने गृह मंत्री अमित शाह जी से भी फोन पर बात की. उनको पत्र भी लिखा. सुरक्षा की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.''- पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया
सरकार के रवैये से पप्पू यादव परेशान : पप्पू यादव सरकार के रवैये से काफी परेशान हैं. कल तक उनके समर्थक पप्पू यादव के बयान को जिगरा वाला और 'बाघ का करेजा' कहकर तारीफ कर रहे थे. लेकिन अब इस मसले पर खुद पप्पू यादव बोलने से कतरा रहे हैं. कुछ दिन पहले तो वह मीडियाकर्मियो के सवाल पूछने पर भी भड़क जाते थे. चेतावनी देते हुए कहते थे कि ''मैने पहले ही कह दिया था कि इसपर कोई बात नहीं करेगा.''
एक ट्वीट से पप्पू यादव की इंट्री : इस अदावत की शुरूआत 13 अक्टूबर से एक ट्वीट के साथ होती है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पप्पू यादव ने एक सामान्य पोस्ट किया जिसमें एक दो टके का अपराधी शब्द कोट करते हुए लिखा ''यह देश है या हिजड़ों की फौज, एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे लोगों को मार रहा है, सब मूकदर्शक बने हैं. कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला. कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लारेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा.''
मुंबई जाकर की मुलाकात : इसके बाद मुंबई रवाना होने से पहले 19 अक्टूबर को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें लॉरेन्स का नाम सुनते ही सवाल पूछने वाले मीडियाकर्मी पर पप्पू यादव उखड़ गए. उन्होंने कहा कि 24 अक्टूबर को मुंबई जा रहे हैं जो भी बोलना है वहीं बोलेंगे.