भोपाल।मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले को लेकर विधानसभा में चर्चा कराने को सरकार तैयार हो गई है. विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद इस पर चर्चा होगी. विपक्ष इस मुद्दे पर स्थगन पर चर्चा की मांग कर रही थी. हालांकि संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा को दौरान कहा कि 'सदन कोई मंडी बाजार नहीं है, यह विधानसभा है और यहां नियम और कायदे से ही चर्चा होगी.' उधर विपक्ष ने भी अपने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि 'हम चाहते हैं कि नर्सिंग घोटाले के बड़े मगरमच्छ के नाम सामने आएं. चाहे मंत्री विश्वास सारंग हों या फिर महेन्द्र गुप्ता जिसे भगौड़ा बना दिया.'
मंगलवार को होगी नर्सिंग मामले पर चर्चा
विधानसभा के पहले दिन कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाले पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग की, लेकिन संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्ति जताते हुए कहा कि 'यह मामला हाईकोर्ट में हैं, इसकी सीबीआई जांच चल रही है. ऐसे में इस पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती. हालांकि विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर चर्चा कराने की मांग को स्वीकार कर लिया. उन्होंने कहा कि चर्चा के लिए कई प्रक्रिया है, इस पर किसी दूसरे नियम के तहत मंगलवार को चर्चा करा ली जाएगी.'
उधर मीडिया से चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद देते हुए कहा कि आरोप लगते हैं कि 'विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई नहीं चल पाती. हम बीच का रास्ता चाहते हैं कि किसी भी नियम में हो, लेकिन नर्सिंग मामले में चर्चा होनी चाहिए. हम चाहते हैं कि बड़े मगरमच्छ के नाम सामने आएं. वल्लभ भवन से नर्सिंग काउंलिस के अधिकार हाथ में लेकर इसे चलाया जा रहा था.'