उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / bharat

चारधाम यात्रा को लेकर NDMA और USDMA की हुई बैठक, दो मई को होगी मॉक ड्रिल, कमियां करेंगे दूर - Uttarakhand Chardham Yatra 2024 - UTTARAKHAND CHARDHAM YATRA 2024

10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की शुरुआत हो जाएगी. उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की तैयारियों को लेकर NDMA और USDMA की महत्वपूर्ण बैठक हुई है. बैठक के बाद कल दो मई को उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 को लेकर मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसमें आपदा की स्थित से निपटने का परीक्षण किया जाएगा.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 1, 2024, 9:56 AM IST

Updated : May 1, 2024, 2:17 PM IST

चारधाम यात्रा को लेकर NDMA और USDMA की हुई बैठक

देहरादून:उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 को लेकर सरकार ने कमर कस ली है. मंगवलार 30 अप्रैल को उत्तराखंड सचिवालय देहरादून में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण NDMA के अधिकारियों ने राज्य के आपदा प्रबंधन के साथ-साथ सभी लाइन डिपार्टमेंट और रेस्क्यू फोर्सेज के साथ बैठक की. बैठक में चारधाम यात्रा के दौरान प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयारी और संसाधनों की समीक्षा की गई.

बैठक में दो मई को होने वाली राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल को लेकर भी चर्चा हुई. मॉक ड्रिल में यात्रा के दौरान भगदड़, चारधाम यात्रियों को मेडिकल इमरजेंसी, बस दुर्घटना, बाढ़, भूस्खलन और मौसम संबंधी अलर्ट मिलने पर राहत और बचाव कार्य किस तरह किए जाएं, इस पर चर्चा हुई. इस बैठक में सभी जिलों से अधिकारियों को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोड़ा गया.

इस ड्रिल का उद्देश्य चारधाम यात्रा की तैयारियों को पुख्ता करना है, ताकि यात्रा में किसी तरह का व्यवधान न आए. इसके अलावा जंगलों में लगी आग ने इन दिनों शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है. एनडीएमए लगातार इन घटनाओं पर नजर बनाए हुए है और यूएसडीएमए के लगातार संपर्क में है.

इस दौरान मेजर जनरल सुधीर बहल ने ईटीवी भारत से भी बात की. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान आपदा स्थिति से कैसे निपटा जाए, इसको लेकर 2 मई को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान सेफ्टी चेक और अन्य संसाधनों का परीक्षण किया जाएगा. इस दौरान रेस्क्यू फोर्स आपसी समन्वय बनाकर सारे कंफ्यूजन क्लियर करेंगी. इस टेबल टॉप बैठक में इंडियन एयर फोर्स और आर्मी के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. ताकि किसी भी तरह की जरूरत पड़ने पर कोई डिले ना हो.

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से वरिष्ठ सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन, इंडियन कोस्ट गार्ड के पूर्व डीजी और एनडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह, एनडीएमए के वरिष्ठ सलाहकार मेजर जनरल सुधीर बहल के अलावा उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव रंजीत कुमार सिंह ने इस टेबल टॉप अभ्यास को लीड किया. बता दें कि 10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं. वहीं 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.

पढ़ें--

Last Updated : May 1, 2024, 2:17 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details