देहरादून: उमेश कुमार बनाम कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच हुए विवाद की चर्चा भले ही अभी सुर्खियों में न हो. लेकिन हरीश रावत ने एक पोस्ट के जरिए विवाद को राजनीतिक मैदान में लाकर फिर से सुर्खियों में लाने की कोशिश की है. हरीश रावत ने अपने पोस्ट में किए तीखे तंज के जरिए उमेश और चैंपियन के साथ भाजपा को दोनों का 'तारणहार' करार दिया.
विवाद का जन्म गाली गलौज से होते हुए गोलीबारी तक पहुंचा था. जिसके बाद मुकदमा, जेल और अब कोर्ट कचहरी में मामला चल रहा है. इस पूरे विवाद के बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 25 फरवरी को अपने फेसबुक अकाउंट में एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में हरीश रावत ने दोनों पर कई हमले किए. उन्होंने लिखा,
दो अति चर्चित कलाकारों के मध्य मां-बहन की गालियों का आदान-प्रदान हुआ. बंदूकें लहराई गई. कानून व्यवस्था का खुला मजाक देश और दुनिया ने देखा. दोनों भाजपा के तारणहार हैं. एक ने 2016 में दल-बदल कर सरकार गिराने का षड्यंत्र किया और दूसरे ने षडयंत्र पूर्वक स्टिंग कर राज्य में राष्ट्रपति शासन थोपने में भाजपानित केंद्र सरकार की मदद की.
हरीश रावत ने अपने पोस्ट में दोनों पर जुबानी तंज भी कसे. उन्होंने अपनी सरकार के साथ ही त्रिवेंद्र सरकार गिराने का जिक्र भी किया. उन्होंने आगे लिखा,
हमने हमेशा कृषक समाज वर्ग को अपना गौरव माना. इसलिये महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा विजय सिंह जी का नाम लेकर सात लोगों को मंत्री पद जिनमें से तीन को कैबिनेट स्तर दिया. और आज भाजपा ने उनके घोषित राजा को लंबी जेल यात्रा देकर आईना दिखाया है.
हरीश रावत के इस पोस्ट पर कई लोगों ने टिप्पणियां भी की है. किसी ने कहा 'भोलेनाथ न्याय करेंगे' तो कोई कहा रहा है 'दोनों आपके ही सिस्टम की देन हैं. फिलहाल लोग हरीश रावत के इस तंज भरे पोस्ट के जरिए जमकर चुटकियां ले रहे हैं.
जानिए क्या है ये मामला: दरअसल हरिद्वार जिले के खानपुर विधानसभा से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच 25 और 26 जनवरी को गाली गलौज और फिर फायरिंग से विवाद ने जन्म लिया. विवाद बढ़ते-बढ़ते मुकदमा और जेल की सलाखों के पीछे तक पहुंचा. हालांकि उमेश कुमार को 27 जनवरी को हरिद्वार कोर्ट से जमानत मिल गई और चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रोशनाबाद जेल भेज दिया गया. हालांकि, 20 फरवरी को कोर्ट ने चैंपियन की न्यायिक हिरासत 7 दिन के लिए आगे बढ़ा दी. फिलहाल मामला कोर्ट में चल रहा है.
फिलहाल हरीश रावत की पोस्ट ने 2016 में दल दबल और राष्ट्रपति शासन की घटना से लेकर शांत हुए उमेश कुमार और चैंपियन विवाद को चर्चाओं में ला दिया है.
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