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मीरवाइज ने जम्मू-कश्मीर सरकार से युवाओं और समाज की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन जुआ ऐप पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया

मीरवाइज उमर फारूक ने जामा मस्जिद श्रीनगर में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए ऑनलाइन जुए के बढ़ते चलन पर गहरी चिंता व्यक्त की.

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मीरवाइज उमर फारूक की फाइल फोटो. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 1, 2024, 7:55 PM IST

श्रीनगर: मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को ऑनलाइन जुए के बढ़ते चलन पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने जम्मू-कश्मीर सरकार से युवाओं और समाज को और नुकसान से बचाने के लिए इन ऐप पर तुरंत प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया. श्रीनगर की जामिया मस्जिद में धर्मोपदेश देते हुए मीरवाइज ने कहा कि ऑनलाइन जुआ, जिसे अक्सर विभिन्न खेलों, खासकर क्रिकेट के नाम पर खेला जाता है, युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.

उन्होंने दुख जताया कि नशे की लत के संकट से जूझने के अलावा, समाज अब एक नए खतरे का सामना कर रहा है. मीरवाइज ने ऐसे युवाओं के दुखद उदाहरण साझा किए, जिन्होंने लाखों रुपये गंवाए हैं, जिससे उनके परिवारों पर भारी वित्तीय बोझ पड़ा है और उन्हें गंभीर भावनात्मक तनाव का सामना करना पड़ा है.

मीरवाइज ने जोर देकर कहा कि इस्लाम में जुए के सभी रूपों पर सख्त प्रतिबंध है, क्योंकि वे लालच को बढ़ावा देते हैं, जीवन को नष्ट करते हैं और समाज की आध्यात्मिक और नैतिक नींव को नष्ट करते हैं. उन्होंने सभा को याद दिलाया कि किसी भी तरह की लत की सामाजिक लागत सामाजिक ताने-बाने के तेजी से क्षरण में योगदान करती है.

मीरवाइज ने जम्मू-कश्मीर की उच्च युवा बेरोजगारी दर (लगभग 40 प्रतिशत) की ओर भी इशारा किया, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह कई युवाओं को ऑनलाइन जुए जैसे जोखिम भरे शॉर्टकट की ओर धकेलता है.

उन्होंने सरकार से निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया, यह देखते हुए कि तेलंगाना, असम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड जैसे राज्यों ने पहले ही इन जुए के ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. मीरवाइज ने जम्मू-कश्मीर सरकार से युवाओं और समाज की सुरक्षा के लिए इसी तरह का प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया.

जबकि उलेमा और इमाम मस्जिदों में महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना जारी रखेंगे, मीरवाइज ने जोर देकर कहा कि माता-पिता को सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अपनी तकनीकी आदतों के प्रति भी सचेत रहना चाहिए, क्योंकि सोशल मीडिया और स्क्रीन की लत में खोए हुए घंटों उत्पादक, सार्थक जीवन को प्रभावित करते हैं. मीरवाइज ने समुदाय के सदस्यों से इन खतरों को पहचानने और युवाओं और समाज के भविष्य की सुरक्षा के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान किया.

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