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नीति आयोग की बैठक से बाहर निकलीं ममता, कहा- भाषण के बीच में रोका गया - Mamata In Niti Aayog meeting

Mamata In Niti Aayog Meeting: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में 'राजनीतिक भेदभाव' का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका माइक्रोफोन म्यूट कर दिया गया था और उन्हें पांच मिनट से अधिक बोलने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि अन्य मुख्यमंत्रियों को अधिक समय दिया गया.

Mamata In Niti Aayog Meeting
ममता बनर्जी की फाइल फोटो. (IANS)

By PTI

Published : Jul 27, 2024, 3:10 PM IST

नई दिल्ली:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक से बाहर चली गईं और दावा किया कि विपक्ष की एकमात्र प्रतिनिधि होने के बावजूद उन्हें भाषण के बीच में गलत तरीके से रोका गया.

हालांकि, सरकारी सूत्रों ने उनके दावे को खारिज कर दिया और कहा कि उनके बोलने का समय समाप्त हो गया है. बनर्जी ने कहा कि उनका माइक्रोफोन पांच मिनट के बाद बंद कर दिया गया, जबकि अन्य मुख्यमंत्रियों को अधिक देर तक बोलने की अनुमति दी गई.

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने कहा कि यह अपमानजनक है. मैं आगे किसी बैठक में शामिल नहीं होऊंगी. उन्होंने कहा कि मैं बैठक का बहिष्कार करते हुए बाहर आयी हूं. (आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री) चंद्रबाबू नायडू को बोलने के लिए 20 मिनट का समय दिया गया था.

असम, गोवा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने 10-12 मिनट तक बात की. मोदी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्रियों की बैठक से बाहर आने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मुझे सिर्फ पांच मिनट बाद बोलने से रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि यह अनुचित है. विपक्ष की ओर से, केवल मैं ही यहां प्रतिनिधित्व कर रही हूं. सहकारी संघवाद को मजबूत करने में अधिक रुचि के कारण मैंने इस बैठक में भाग लिया.

सरकारी सूत्रों ने कहा कि यह कहना गलत है कि बनर्जी का माइक्रोफोन बंद था. उन्होंने कहा कि घड़ी से पता चल रहा था कि उनके बोलने का समय खत्म हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि वर्णानुक्रम के अनुसार, उनकी बारी दोपहर के भोजन के बाद आती, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार के आधिकारिक अनुरोध पर उन्हें सातवें वक्ता के रूप में शामिल किया गया क्योंकि उन्हें जल्दी कोलकाता लौटना था.

बनर्जी ने कहा कि उन्होंने बैठक के दौरान उल्लेख किया कि सरकार ने राजनीतिक रूप से पक्षपातपूर्ण बजट पेश किया और पूछा कि केंद्र राज्यों के बीच भेदभाव क्यों कर रहा है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग के पास कोई वित्तीय शक्तियां नहीं हैं. यह कैसे काम करेगा? इसे वित्तीय शक्तियां दें या योजना आयोग को वापस लाएं. उन्होंने कहा कि मुझे पांच मिनट बाद बोलने से रोक दिया गया. मैंने कहा कि यह अनुचित है. विपक्ष की ओर से मैं अकेली मौजूद थी, मैं अधिक रुचि के कारण इस बैठक में भाग ले रही हूं.

बनर्जी ने कहा कि उन्होंने बैठक में उल्लेख किया कि 2024-25 के केंद्रीय बजट में कुछ राज्यों की अनदेखी की गई है. बनर्जी ने कहा कि मैंने कहा कि आप राजनीतिक रूप से पक्षपाती हैं, आप विभिन्न राज्यों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. यहां तक कि बजट भी एक राजनीतिक, पक्षपातपूर्ण बजट है... मैंने उनसे कहा कि इसकी समीक्षा की जानी चाहिए. मैंने सभी राज्यों के लिए बात की.

उन्होंने बैठक में यह भी बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस) और प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत केंद्रीय धनराशि पश्चिम बंगाल को देय है बनर्जी ने कहा कि वह और बोलना चाहती थीं लेकिन पांच मिनट बाद उनका माइक्रोफोन बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मुझे पांच मिनट बाद रोक दिया गया. अन्य लोग 10-15-20 मिनट तक बोले. मैं विपक्ष में अकेली थी लेकिन मुझे रोक दिया गया. यह अपमानजनक है. मैं आगे किसी भी बैठक में शामिल नहीं होऊंगी.

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