मुंबई:महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के नेतृत्व वाले एमवीए गठबंधन को करारा झटका लगा है. भाजपा के नेतृत्व में महायुति गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की. एमवीए में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक है. देश की सबसे पुरानी पार्टी सिर्फ 16 सीटों पर सिमट गई है.
भंडारा जिले के सकोली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच बेहद करीबी मुकाबला रहा. कांटे की टक्कर में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बाजी मारी. पटोले ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अविनाश आनंदराव को 208 वोटों के अंतर से हराया.
चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर विजयी उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी किए गए ताजा अपडटे के मुताबिक, पटोले को कुल 96,795 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार अविनाश आनंदराव दूसरे स्थान पर रहे, उन्हें कुल 96,587 वोट मिले.
सकोली में कांग्रेस के नाना पटोले जीते (स्क्रीनशॉट) इससे पहले, कुल 28 राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले भाजपा के अविनाश आनंदराव ब्राह्मणकर से 658 वोटों से पीछे रह गए. यानी अविनाश की जीत पक्की हो गई. हालांकि, अभी तक चुनाव आयोग ने विजयी उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
28 राउंड की मतगणना के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपडेट आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा के अविनाश को कुल 95,860 वोट मिले हैं, जबकि नाना पटोले 95,202 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे.
20 राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा उम्मीदवार अविनाश आनंदराव ब्राह्मणकर ने 3024 वोटों से बढ़त बना ली है. अविनाश को 68,144 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के नाना पटोले 65,120 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं.
20 राउंड की मतगणना के बाद के रुझान (स्क्रीनशॉट) जबकि, सकोली विधानसभा क्षेत्र में 13वें राउंड की मतगणना के बाद पटोले मात्र 321 मतों के अंतर से आगे चल रहे थे. आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 13वें राउंड के बाद नाना पटोले को 43,303 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार अविनाश आनंदराव 42,982 वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर थे.
सकोली में एमवीए की तरफ से महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले मैदान में हैं, जबिक महायुति गठबंधन की तरफ से भाजपा के अविनाश आनंदराव ने चुना लड़ा है.
सकोली के सुकली गांव के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले नाना पटोले विदर्भ के किसानों और ओबीसी समुदायों से संबंधित मुद्दों को उठाते रहे हैं. वह 1990 में कांग्रेस में शामिल हुए थे. लेकिन 2008 में कांग्रेस से अलग हो गए थे और 2009 में भाजपा में शामिल हो गए थे. पटोले ने 2009 में भाजपा के टिकट पर सकोली सीट से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए थे.
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