आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर शासन और प्रशासन पर जमकर आरोप लगाए. उन्होंने कहा है कि इस घटना में हुई मौत कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है. इसके लिए मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. मिल्कीपुर उपचुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने अयोध्या आए चंद्रशेखर ने ये बातें कही.
महाकुंभ में भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत; शिवपाल यादव ने CM योगी का मांगा इस्तीफा, चंद्रशेखर बोले- हादसे नहीं हत्या - MAHA KUMBH MELA 2025
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 29, 2025, 6:12 AM IST
|Updated : Jan 29, 2025, 9:07 PM IST
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए पहुंची भीड़ में भगदड़ मच गई. घटना में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. हादसे में 60 लोग घायल हैं. उन्हें स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात 1.30 बजे के आसपास की है. दरअसल, दूसरे शाही स्नान के लिए काफी संख्या में लोग संगम नोज पर मौजूद थे. इस दौरान अफवाह के चलते भगदड़ मच गई. महिला-पुरुष समेत तमाम लोग जमीन पर गिर गए. इसके बाद लोग उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ गए. इससे हालात बिगड़ गए. संगम तट पर से एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल ले जाया गया. ताजा हालात की जानकारी ली. बुधवार को अब तक 5 करोड़ 71 लाख लोग अब तक संगम में स्नान कर चुके हैं. वहीं मंगलवार तक कुल 19 करोड़ 94 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था.
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सीएम योगी को इस्तीफा दे देना चाहिएः चंद्रशेखर आजाद
शिवपाल यादव ने योगी भगदड़ पर योगी सरकार को घेरा
इटावाः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने महाकुंभ में हुए भगदड़ पर सरकार पर बड़ा हमला बोला है. शिवपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य मंत्रियों सहित व्यवस्था में जुटे लोगों को नैतिकता के आधार पर जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देने की मांग की है. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मृतक को एक करोड़ मुआजा सरकार दे. उन्होंने इस प्रकरण की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान हुए कुंभ मेले में 400, 600 करोड़ में अच्छी व्यवस्था की गई थी. इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं हुई. लेकिन भाजपा सरकार में 11000 करोड़ रुपये खर्च किया गया और बड़े-बड़े दावे वादे किए गए, लेकिन सारे दावे वादे फेल नजर आए और इतना बड़ा हादसा हो गया. मुख्यमंत्री और मंत्री नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें. उन्होंने कहा सरकार ने प्रचार-प्रसार किया, लेकिन व्यवस्थाएं उनकी पूरी तरीके से ठप रही, जिसका नतीजा है की महाकुंभ में इतना बड़ा हादसा हो गया.
मां गंगा की आरती में महांकुभ में मारे गए लोग मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
वाराणसी अस्सी घाट पर गंगा सेवा समिति की ओर से की जाने वाली दैनिक आरती महाकुंभ में मृत लोगों के लिए समर्पित रही. सबसे पहले विधि विधान से आरती की शुरुआत हुई. इसके बाद 2 मिनट का मौन रखकर सभी लोगों ने मृत आत्माओं के लिए शांति की कामना की. घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना की गई. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि आज 7 वैदिक ब्राह्मण के द्वारा मां गंगा की आरती संपन्न कराई गई है. जिसमें प्रयागराज में मृत व घायल लोगों के लिए विशेष पूजा हुई है. आत्मा के शांति की कामना की साथ, घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने के लिए मां गंगा से प्रार्थना की गई.
महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत,60 घायल
महाकुंभ भगदड़ मामले में महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने अधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि हादसे में कुल 30 लोगों की मौत हुई. वहीं हादसे में 60 लोग घायल हैं. 90 लोगों को अस्पताल लाया गया था. भारी भीड़ के चलते ये हादसा हुआ है. 25 मृतकों की पहचान की जा चुकी है. बांकी पांच की पहचान कराई जा रही है. मृतकों में चार कर्नाटक से, एक असम से, एक गुजरात से थे. 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके साथ ही न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है, जो भगदड़ की जांच करेगा.
निरंजन अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद कहा कि आज हमने गंगा पूजन किया और लोगों की शांति और समृद्धि के लिए पूजा की, सभी व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन और उत्तर प्रदेश के सीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं. साथ ही अपने इष्ट देव से प्रार्थना किया कि बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान सही से संपन्न हो जाए
मौनी अमावस्या पर अब तक कुल 5.71 करोड़ लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर अब तक कुल 5.71 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगा ली है. वहीं महाकुंभ में 13 जनवरी से अब तक कुल 19.94 श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं.
रेसलर ग्रेट खली ने महाकुंभ में किया स्नान
पूर्व WWE रेसलर ग्रेट खली मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान करने संगम मेला में पहुंचे. प्रयागराज जंक्शन से उतरते ही पुलिस की सुरक्षा में उनको मेला क्षेत्र ले जाया गया. जहां उन्होंने संगम में डुबकी लगाई.
प्रयागराज से सटे 8 जिलों के बॉर्डर पर 2 लाख वाहन फंसे
महाकुंभ में उमड़े आस्था के सैलाब को देखते हुए प्रयागराज से सटे 8 जिलों के बॉर्डर पर वाहनों को रोक दिया गया है. पुलिस के मुताबिक जब तक कुंभ मेला प्रशासन से अनुमति नहीं मिलती, आगे वाहनों को नहीं जाने दिया जाएगा. बॉर्डर पर वाहन या तो रोड पर खड़े हैं, या पार्किंग में रोका गया है. महाकुंभ में भीड़ कम होने पर इन्हें जाने दिया जाएगा. प्रयागराज से सटे सभी बॉर्डर को मिलाकर करीब 2 लाख वाहन रोके गए हैं.
तीनों शंकराचार्यों ने एक साथ किया स्नान
तीनों शंकराचार्य द्वारका पीठ के स्वामी सदानंद सरस्वती, ज्योतिषपीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और श्रृंगेरी मठ के विधु शेखर भारती ने एक साथ संगम में स्नान किया.
अटल और महानिर्वाणी के बाद निरंजन और आनंद अखाड़ा के साधु संत संगम में लगा रहे डुबकी
निरंजन और आनंद अखाड़ा के साधु संत अमृत स्नान के लिए पहुंचे हैं. जिसमें महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि भी रथ पर सवार होकर आए हैं. वहीं मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे साधु-संतों पर पुष्प वर्षा की गई.
अखाड़ों का स्नान जारी, सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के साधु संत कर रहे स्नान
संगम तट पर स्नान करने के लिए अटल और महानिर्वाणी अखाड़ा के साधु संत और नागा संन्यासी पैदल ही स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं. अमृत स्नान संगम तट पर शुरू हो चुका है. सबसे पहले अमृत स्नान महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा के साधु संत कर रहे हैं.
महाकुंभ में 2 बजे तक 5.04 करोड़ श्रद्धालुओं संगम में लगाई डुबकी
प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दोपहर दो बजे तक कुल 5.04 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी. जिसमें 10 लाख कल्पवासी हैं तो वहीं 4.96 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है. 13 जनवरी से अब तक कुल 19.94 करोड़ लोगों ने महाकुंभ में स्नान किया है.
करतब दिखाते घाट पर पहुंच रहे संन्यासी, फतेहपुर में वाहनों को रोका
कुछ ही देर में महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संत अमृत स्नान शुरू कर देंगे. करतब दिखाते हुए संन्यासी घाट पर पहुंच रहे हैं. वहीं दूसरी ओर फतेहपुर में कानपुर से आने वाले 300 से ज्यादा वाहनों को रोक दिया गया है. ये सभी वाहन महाकुंभ जा रहे थे. इन वाहनों में सवार महिलाएं-बच्चे आदि परेशान हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर फाफामऊ रेलवे स्टेशन पर रास्ते के बंद कर दिया गया है. फाफामऊ गंगापुल पर भी लोगों को रोक दिया गया है. कई कुंभ स्पेशल ट्रेनों को प्रयागराज से पहले ही रोक दिया गया.
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव बोले- महाकुंभ की सभी व्यवस्थाएं होंगी दुरुस्त
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी महाकुंभ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां की व्यवस्थाओं को संभाला है. अब वहां हालात सामान्य हो रहे हैं. काफी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी.
बाबा चिदानंद पुरी बोले- अमृत स्नान के लिए अखाड़े नहीं निकाल रहे शोभायात्रा, कम संख्या में घाट पर पहुंच रहे संत
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के बाद पंचायती निरंजनी अखाड़े के दिगंबर नागा बाबा चिदानंद पुरी ने कहा कि आज की घटना के कारण अखाड़ों की ओर से शोभायात्रा नहीं निकाली गई. साधु-संत कम संख्या में संगम में डुबकी लगाने के पहुंच रहे हैं. महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा पेशवाई संग कुछ देर में अमृत स्नान के लिए पहुंचेगा.
महाकुंभ की घटना को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट, जरूरत पड़ी तो लखनऊ से भेजे जाएंगे और विशेषज्ञ चिकित्सक
महाकुंभ में भगदड़ के बाद शासन-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य महानिदेशालय के डीजी हेल्थ डॉक्टर रतन पाल सिंह ने कहा कि पहले से ही चिकित्सक वहां आपातकालीन कैंप के अस्पताल में ड्यूटी कर रहे हैं. इनमें बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सक शामिल हैं. इसमें नेत्र रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, कार्डियोलॉजिस्ट व महिला रोग विशेषज्ञ भी हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि महाकुंभ की शुरुआत में ही चिकित्सकों की ड्यूटी चार्ट पहले से ही तैयार कर दी गई थी. लखनऊ के सभी जिला अस्पतालों से हर विधा के विशेषज्ञ को महाकुंभ में श्रद्धालुओं के इलाज के लिए भेजा गया है. मंगलवार की रात हुआ हादसा दुखद है. महाकुंभ में अभी लखनऊ की चिकित्सकों की टीम मौजूद है. फिलहाल वहां पर चिकित्सकों की कमी नहीं है. आवश्यकता पड़ने पर और भी चिकित्सकों की ड्यूटी महाकुंभ में आपातकालीन अस्पताल में लगाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि लखनऊ के सभी सरकारी अस्पतालों में महाकुंभ को लेकर को पहले से ही 15 बेड आरक्षित किए गए हैं. ताकि, यदि महाकुंभ से मरीजों को राजधानी लखनऊ इलाज के लिए रेफर किया जाता है तो उन्हें समय पर समुचित इलाज की सुविधा मिल सकें. इसके अलावा लखनऊ के बॉर्डर पर जितने भी निजी अस्पताल हैं, उनको भी निर्देशित किया गया है कि वह भी अपने अस्पताल में श्रद्धालुओं को लिए अलग से वार्ड बनाएं और कुछ बेड आरक्षित करें.
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि महाकुंभ से रेफर होकर आने वाले मरीजों के लिए ट्रामा सेंटर में बेड आरक्षित किया गया है. संस्थान गंभीरता से मरीजों की सेवा में लगी हुई है. वही पीजीआई में भी पहले से ही 25 बेड का वार्ड का तैयार किया गया है. लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में भी बेड आरक्षित किए गए हैं.
महाकुंभ में बढ़ी भीड़, मिर्जापुर-प्रयागराज बॉर्डर पर पहुंचे DM-SP, होल्डिंग एरिया में खड़े कराए गए हजारों वाहन
महाकुंभ में भीड़ बढ़ने पर मिर्जापुर पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. मिर्जापुर-प्रयागराज बॉर्डर पर डीएम-एसपी मौजूद हैं. प्रयागराज जाने वाले सभी मार्गों पर वाहनों को होल्डिंग एरिया में रुकवा दिया गया है. हजारों की संख्या में वाहन यहां खड़े हैं. होल्डिंग एरिया में खाने-पीने रहने के साथ ही शौचालय की भी व्यवस्था है. मां विंध्यवासिनी मंदिर भी काफी संख्या श्रद्धालु पहुंचे.
अमृत स्नान के लिए टुकड़ों में संगम पर पहुंचने लगे साधु-संत
साधु-संत टुकड़ों में अमृत स्नान के लिए संगम पर पहुंचने लगे हैं. उदासीन अखाड़े के साधु-संत भी पहुंच चुके हैं. वहीं दूसरी ओर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा से जुड़े साधु-संत भी संगम की ओर रवाना हो चुके हैं. सभी संत बेहद सादगी के साथ निकल रहे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया ट्वीट, लिखा- घटना अत्यंत दुखद, अनुप्रिया पटेल ने की घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महाकुंभ हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि महाकुंभ में भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है. मैं हताहत हुए श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करती हूं. ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायल हुए सभी श्रद्धालु शीघ्र ही स्वस्थ हों. वहीं अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि महाकुंभ में हुई दुखद घटना अत्यंत पीड़ादायक है. इस हादसे में जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय में संबल दें. साथ ही, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
उत्तराखंड सरकार ने जारी किया टोल-फ्री नंबर, यहां कॉल कर मांग सकते हैं मदद
उत्तराखंड सरकार की ओर से महाकुंभ में पहुंचे सूबे के लोगों की सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर जारी किया गया है. प्रयागराज आने वाले लोग टोल-फ्री नंबर 1070, 8218867005, 9058441404 पर कॉल करके किसी भी तरह की सहायता ले सकते हैं.
DIG वैभव कृष्ण बोले- स्थिति नियंत्रण में, जल्द शुरू होने वाला है अमृत स्नान
महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने कहा कि अमृत स्नान शुरू होने वाला है. परंपरागत क्रम के अनुसार यह होगा. पुलिस और प्रशासन सभी अखाड़ों की मदद करेगा. हालात काबू में हैं. आज 10 करोड़ लोगों से अधिक के स्नान करने का अनुमान है. सुबह हुई घटना ज्यादा भीड़ के कारण हुई. घटना की जांच की जा रही है. अब स्थिति नियंत्रण में है.
महाकुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी बोले- कोई भगदड़ नहीं हुई, घाटों पर आराम से स्नान करें श्रद्धालु
महाकुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी का कहना है कि कोई भगदड़ नहीं हुई. अत्यधिक भीड़भाड़ के कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें. अमृत स्नान जल्द ही शुरू होने वाला है और यह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा. कई घाट विकसित किए गए हैं और लोग सुगमता से वहां स्नान कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने घटना पर जताया अफसोस, कहा- अपनों को खो चुके परिजनों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं
महाकुंभ हादसे पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं.
अखाड़े की पेशवाई से पहले बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, जल्द शुरू होगा संतों का शाही स्नान
प्रशासन की ओर से जल्द की अखाड़ों के शाही स्नान शुरू कराने की तैयारी है. इसके लिए अखाड़ा मार्ग खाली करा लिए गए हैं. वहीं पेशवाई से पहले सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है. जल्द ही संतों का शाही स्नान शुरू होने वाला है. अमृत स्नान के लिए साधु-संत पहुंचने लगे हैं.
डीआईजी वैभव कृष्ण बोले- अभी मौत के आंकड़ों पर कुछ भी बोलना संभव नहीं, अस्थाई शौचालय का दरवाजा टूटने के बाद फैली अफवाह
डीआईजी वैभव कृष्ण ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि अभी मौत और घायलों के आंकड़े पर कुछ भी बोलना संभव नहीं है. कितनी संख्या है यह मैं नहीं बता सकता. उन्होंने घटना के पीछे का कारण एक अस्थाई शौचालय के दरवाजे का टूटना बताया है. उनका कहना है कि इसी के बाद कुछ लोगों ने अफवाह फैलाई और भगदड़ की स्थिति मच गई. उन्होंने कहा कि साधु-संतों से बातचीत की गई है. उन्होंने अमृत स्नान करने के लिए बोला है. हम सकुशल उसे पूरा कराने की तैयारी कर रहे हैं
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बोले- सीमित संख्या में साधु-संत सादगी के साथ अमृत स्नान के लिए जाएंगे
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने जानकारी दी है कि सीमित संख्या में साधु-संत और नागा संन्यासी अखाड़े के ईष्ट देव को लेकर अमृत स्नान करने के लिए जाएंगे. अखाड़ों से जुड़े साधु-संत राजसी अंदाज की जगह सादगी के साथ बिना रथ के अमृत स्नान करने के लिए जाएंगे.
पुलिस ने अखाड़ा मार्ग कराया खाली, महंत रवींद्र पुरी बोले- प्रशासन इंतजाम करे तो सभी अखाड़े करेंगे स्नान
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने अमृत स्नान करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि स्नान का क्रम पहले जैसा रहेगा. त्रिवेणी तट पर स्नान करने के लिए अखाड़े जाएंगे. कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और घटना को देखते हुए अमृत स्नान न करने का फैसला लिया गया था लेकिन अब अगर प्रशासन त्रिवेणी संगम पर सुरक्षा व्यवस्था को सुव्यवस्थित कर स्नान के लिए समय देता है तो उसी के अनुसार अखाड़े अमृत स्नान करने जाएंगे. सुबह अमृत स्नान न करने का फैसला अखाड़ा परिषद ने आम जनता, श्रद्धालु, भक्तों की सुरक्षा को देखते हुए लिया था. अगर प्रशासन की तरफ से सुरक्षित माहौल बनाया गया तो सभी अखाड़े अपने क्रमानुसार अमृत स्नान करने जाएंगे. वहीं पुलिस लगातार अनाउंसमेंट कर अखाड़ा मार्ग खाली करा रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- हालात नियंत्रण में, लेकिन भीड़ का दबाव बरकरार
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ है. आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं. कल लगभग 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ स्नान किया था. श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है. रात 1-2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है. कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं. प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने के लिए लगातार लगा हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी सुबह से लगभग 4 बार श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ले चुके हैं. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी जानकारी ले चुके हैं. हालात वर्तमान में नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बना हुआ है. संतों से मेरी बात हुई है, उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा है कि पहले श्रद्धालु स्नान करके निकल जाएंगे. उसके बाद ही हम स्नान के लिए संगम की तरफ जाएंगे. सभी अखाड़े इसके लिए सहमत हैं लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें. संयम से काम लें. ये आयोजन लोगों का है. प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है. सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है. आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं. 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, वहां भी लोग स्नान करें.
प्रत्यक्षदर्शी बोले- 3 बार मची भगदड़, घाट के किनारे मौजूद लोगों के ऊपर से गुजर गई भीड़
महाकुंभ में हादसे के शिकार लोगों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. काफी देर तक लोग भीड़ में अपनों की तलाश करते रहे. मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 में स्थित केंद्रीय चिकित्सालय में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी फरजाना ने बताया कि देर रात घाट पर लोग स्नान के लिए रुके थे. इस दौरान श्रद्धालुओं का एक हुजूम संगम की तरफ बढ़ा, इसी दौरान दूसरी तरफ से स्नान कर चुके लोग की भीड़ बाहर निकल रही थी. अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने से अफरातफरी मच गई. कुछ ही देर में भगदड़ भी मच गई.
वहीं एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हम लोग एक-दूसरे को बचाते रहे लेकिन भीड़ ऊपर गिरती गई. भीड़ लोगों के ऊपर से आगे बढ़ती जा रही थी.
गोरखपुर से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि संगम क्षेत्र में भीड़ बहुत अधिक थी, तीन बार भगदड़ हुई. अधिक लोग घाट के किनारे सो रहे थे. पुलिस कर्मियों ने उन्हें उठाना शुरू किया. इसके कुछ देर बाद ही भगदड़ मच गई. रात में 1.30 से 2 बज के बीच हुए हादसे के बाद सुबह 8 बजे तक घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाने का क्रम चलता रहा.
मेला क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त, नहीं लग रही कॉल
महाकुंभ मेले के हादसे के बाद मेला क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या आ रही है. मेले में मौजूद श्रद्धालुओं के अनुसार जल्दी कॉल ही नहीं लग रही है. इंटरनेट सेवा रुक-रुक कर चल रही है. वाट्सएप कॉल करने पर भी बात नहीं हो पा रही है. कॉल अगर लग भी रही है तो न इधर से आवाज जा रही और न ही उधर से आवाज आ रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने किया ट्वीट, कहा- मृतकों और घायलों को मुआवजा दे सरकार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी ट्वीट कर घटना पर अफसोस जताया. सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के नहान के दिन भगदड़ होने से कई लोगों के मृत और घायल होने का समाचार पीड़ादायक है. यह दुखद घटना इस मेले की अव्यवस्था और उत्तरप्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर कर रही है. योगी सरकार ने सारा पैसा सिर्फ अपनी ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर खर्च किया न कि महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की व्यवस्था पर, ये इस सरकार की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है. हम लगातार ऐसी ही घटना के प्रति सचेत करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन शासन -प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगा. दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. हम मृतकों के आत्मा की शांति व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं. इसके साथ ही सरकार से यह आग्रह करते हैं कि मृतकों के लिए उचित मुआवजा व घायलों को मुआवजे के साथ मुफ्त इलाज का प्रबंध करे.
लखनऊ से सीधे महाकुंभ नहीं जाएंगी रोडवेज बसें, रोडवेज प्रशासन ने एहतियातन उठाया कदम
लखनऊ के आलमबाग बस स्टेशन से सीधे महाकुंभ जाने वाली बसों को फिलहाल अभी स्थगित कर दिया गया है. एहतियातन रोडवेज प्रशासन ने ये फैसला लिया है. बसें सिर्फ बछरावां तक ही भेजी जा रहीं हैं. बछरावां के आगे प्रयागराज के लिए बसों के संचालन पर रोक लगा दिया गया है.
मुख्य सचिव-डीजीपी और एडीजी कानून व्यवस्था के साथ बैठक कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
महाकुंभ हादसे के बाद शासन की ओर से जल्द से जल्द व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, एडीजी कानून व्यवस्था और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
स्वामी चिदानंद सरस्वती बोले- एक साथ नहीं करेंगे स्नान, नजदीकी घाटों पर लगाएंगे डुबकी
परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा है कि 'जैसे ही मुझे भगदड़ के बारे में पता चला, हमने अपने शिविर में सभी को सूचित कर दिया कि हम आज एक साथ स्नान नहीं करेंगे. सभी को अपने निकटतम गंगा घाट पर डुबकी लगाने के लिए कहा गया है. हमने 'सामूहिक स्नान' रद्द कर दिया है. सभी की भलाई और सेवा अभी सभी की प्राथमिकता होगी. हमने उन लोगों के लिए प्रार्थना की है जो इस घटना में घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है. प्रशासन सक्रिय रूप से काम कर रहा है. हमने अपने सभी कार्यक्रम रद कर दिए हैं और लोगों और पीड़ितों से मिलने के लिए संगम जा रहे हैं.'
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने भी संगम में लगाई डुबकी
महाकुंभ में भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने भी संगम में आस्था की डुबकी लगाई. उन्होंने कहा कि महास्नान के शुभ अवसर पर मुझे यहां पावन स्नान करने का अवसर मिला. ये मेरा सौभाग्य है. बहुत अच्छा लगा. करोड़ों लोग आए हुए हैं.
महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और बाबा रामदेव ने त्रिवेणी घाट पर की पूजा
प्रयागराज महाकुंभ में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज और योग गुरु बाबा रामदेव ने त्रिवेणी घाट पर मौनी अमावस्या पर पूजा-अर्चना की.
सुबह 11 बजे के बाद अखाड़े कर सकते हैं अमृत स्नान
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी के अनुसार हालत सामान्य होने लगे हैं. सुबह 11 बजे के बाद सभी 13 अखाड़ों से जुड़े साधु-संत अमृत स्नान कर सकते हैं. शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी. जुलूस को भी छोटा रखा जाएगा.
बसपा मुखिया मायावती ने ट्वीट कर घटना पर जताया अफसोस
बसपा मुखिया मायावती ने भी घटना पर अफसोस जताया है. एक्स पर लिखा है कि प्रयागराज की संगम स्थली पर महाकुम्भ में हुई भगदड़ में जिन भी श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई है, व घायल हुए हैं. यह घटना अति दुखद व चिंतनीय, ऐसे समय में कुदरत पीड़ितों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे, पार्टी की यही कामना.
संगम तट पर महिला और युवती बेहोश, अस्पताल में कराया गया भर्ती
संगम तट पर अभी भी हालत सामान्य होते नहीं दिखाई दे रहा है. रात की घटना के बाद छोटे-छोटे हिस्सों में भगदड़ हो रही है. अभी भी संगम तट पर खंभा नंबर 161 के पास 2 लोग बेहोश मिले. इसमें एक महिला और एक लगभग 20 साल की युवती है. युवती की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. उसे एंबुलेंस में ही सीपीआर दिया गया. दोनों को तत्काल अस्पताल भेजा गया. संगम तट पर अभी भी फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और एनडीआरएफ के जवान लोगों की जिंदगी बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं.
घायलों को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस में लगी आग
महाकुंभ में भगदड़ के बाद घायलों को ढो रही एंबुलेंस से अचानक धुआं निकलने लगा. इससे अफरातफरी मच गई. अग्निशमन यंत्रों की मदद से इस पर काबू पाया गया. हादसा उस वक्त हुआ जब एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचाकर लौट रही थी.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, कहा- घायलों को एअर एंबुलेंस से पहुंचाएं अस्पताल, धैर्य रखें श्रद्धालु
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने हादसे पर अफसोस जाहिर किया है. एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि!. हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए. शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए. जो लोग बिछड़ गए हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं. हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए. सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए. श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें. शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी बोले- स्थिति सामान्य होने का इंतजार, इसके बाद करेंगे स्नान
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने PTI को बताया कि हम देख रहे हैं कि भीड़ अब कम हो रही है. हम मेला प्रशासन के साथ बात कर रहें हैं. भीड़ कम होने पर हम स्नान कर सकते हैं. सुबह स्नान स्थगित कर दिया था, हम भी कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए. हम मेला प्रशासन से बात करेंगे और फिर स्नान करेंगे.
संगम पर अमृत स्नान कर रहे श्रद्धालु, दिल्ली से आई महिला ने लगाई 108 डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे हैं. दिल्ली से आईं लाली देवी ने बताया कि आज मैंने 108 डुबकी लगाई है. पुलिस-प्रशासन के इंतजाम ठीक हैं. मैं यहां 5 जनवरी से ही हूं. पुलिस और प्रशासन हर चीज का ध्यान रख रहा है.
मुख्यमंत्री योगी ने की अपील- संगम नोज की ओर न जाएं, अफवाहों से रहें दूर
भगदड़ के बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शासन-प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ट्वीट कर श्रद्धालुओं से अपील की है. उन्होंने लिखा है कि मां गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें.
विजय दीक्षा लेने वाले संतों ने ही किया शाही स्नान, नियम के अनुसार जरूरी होता है उनका स्नान
महाकुंभ मेले में विजय दीक्षा ले चुके लोगों का अमृत स्नान करना अनिवार्य होता है. लिहाजा ऐसे लोगों ने अखाड़ों का शाही स्नान रद्द होने के बावजूद नियम के अनुसार संगम में स्नान किया. महंतों से आज्ञा लेने के बाद वे स्नान के लिए पहुंचे. स्नान के बाद ही उनकी दीक्षा पूरी मानी जाएगी. इसके बाद तय होगा कि उन्हें किस तरह का (नागा संन्यासी या वस्त्र धारण करने वाला साधु) बनना है.
रात में भगदड़ के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति, पुलिस अफसरों ने बनाया सुरक्षा घेरा
रात में भगदड़ के बाद सुबह अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. पुलिस के आला अधिकारियों के साथ भारी सुरक्षा घेरा बनाया गया है. पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को संगम तट पर तैनात किया गया है. वे आने वाली भीड़ को दो हिस्सों में बांटकर रस्सी के जरिए भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं. काफी संख्या में फोर्स को कुंभ मेला क्षेत्र में उतार दिया गया है.
देवकीनंदन ठाकुर बोले- पूरी गंगा-यमुना की धारा में अमृत, कहीं भी करें स्नान
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद संत-महात्मा भी लोगों से संगम क्षेत्र में न आने की अपील कर रहे हैं. इसी कड़ी में आध्यात्मिक गुरु व कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है. आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है. पूरी गंगा और यमुना की धारा में 'अमृत' बह रहा है. अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो 'अमृत' आपको प्राप्त होगा. ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है.
बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से ही लोगों को दूसरे घाटों पर भेजा जा रहा, प्रयागराज देरी से आएंगी ट्रेनें
संगम तट पर चल रहे महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर रात करीब 1:30 बजे मची भगदड़ के बाद अधिकारियों ने बस स्टैंड-रेलवे से आने वाले यात्रियों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है. रेलवे के अधिकारियों और बस अड्डे पर तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अब जो भी यात्री संगम क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. उन्हें संगम क्षेत्र में न ले जाकर के अन्य घाटों पर पहुंचाया जाए. रेलवे स्टेशन से सीधे श्रद्धालुओं को बालसन चौराहे से बक्शी बंध होते हुए नवास की दशा सुमेर घाट और सेक्टर 6 में बने गंगा घाट की तरफ भेजा जा रहा है. नैनी क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओं को साइड में ही गंगा स्नान कराया जा रहा है. आई ट्रिपल सी कमांड सेंटर के रेलवे अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन भी बराबर संपर्क साधे हुए हैं.
जगह-जगह पर लगे कैमरों के माध्यम से मार्गों की निगरानी की जा रही है. महाकुंभ मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को बताया जा रहा है कि वह किसी भी गंगा घाट पर स्नान करें. संगम घाट की तरफ न आएं. मंगलवार की सुबह से ही बढ़ रहे संगम नोज पर दबाव के चलते देर शाम से ही श्रद्धालुओं को डायवर्ट करना शुरू कर दिया गया था. रात में स्थिति सामान्य होने पर संगम घाट पर दोबारा श्रद्धालुओं को पहुंचने दिया जा रहा था.
भगदड़ के बाद मेला प्रशासन अब पूरी कोशिश कर रहा है कि जो भी श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, वह संगम न आए, नजदीकी घाट पर स्नान करें. लोगों से जल्द से जल्द मेला क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा जा रहा है. वहीं फाफामऊ-झूंसी-सतना घाट पर श्रद्धालुओं को वहीं पर स्नान करने की सलाह दी जा रही है. प्रयागराज आने वाली ट्रेनों को देरी से लाने के लिए कहा गया है, जिससे संगम क्षेत्र के दबाव को कम किया जा सके. वहीं डायवर्जन के बाद संगम तक आने वाले मार्ग में भीड़ कुछ कम हुई है.
महाकुंभ के सेक्टर 2 में अपनों का हाल जानने के लिए अस्पताल के बाहर जुटी भीड़
भगदड़ की जानकारी के बाद महाकुंभ के सेक्टर 2 में कुंभ क्षेत्र में स्थापित अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई. घटना में घायलों के परिजन अपनों का हाल जानने के लिए बेताब दिखे.
पुलिस-प्रशासन का बचाव अभियान जारी, स्थिति संभालने में जुटे अफसर
महाकुंभ में भगदड़ के बाद पुलिस-प्रशासन की काफी टीमें मौके पर हैं. बचाव अभियान अभी भी जारी है. टीम घायलों को अस्पताल पहुंचा रही है.
जबरदस्त भीड़ से बिगड़े हालात, संगम नोज पर बिखरे श्रद्धालुओं के सामान
मौनी अमावस्या पर (29 जनवरी) महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के लिए मंगलवार को भी करोड़ों लोगों की भीड़ पहुंच गई थी. काफी संख्या में लोग संगम नोज पर पहुंच गए थे. प्रशासन की ओर से कई बार एनाउंस भी किया गया. इसके बावजूद भीड़ नहीं हटी. जबरदस्त भीड़ के कारण हालात बिगड़ गए. जिसे जिस ओर जगह मिली, उसी ओर भाग खड़ा हुआ. इससे लोगों के चप्पल-जूते-बैग आदि वहीं छूट गए. एंबुलेंस भी जाम में फंस गई.
घंटों पड़े रहे शव, कई जगहों पर मृत मिले श्रद्धालु, मची रही चीख-पुकार
भगदड़ मचने के बाद कई शव मौके पर ही घंटों तक पड़े रहे. संगम नोज पर जगह-जगह श्रद्धालु मृत. भीड़ में लोग अपनों को तलाशते रहे. जिनके अपनों की मौत हुई है, वे चीखते-चिल्लाते रहे. वहीं PM मोदी ने CM योगी से बातकर घटना की जानकारी ली. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातकर घटना की जानकारी ली. हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया.
विशेष कार्याधिकारी बोलीं- बैरियर टूटने से बिगड़े हालात
भगदड़ पर विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा ने कहा कि संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. कोई भी गंभीर नहीं है .
अफवाह के कारण मची भगदड़, NSG कमांडो की तैनाती, लोगों को महाकुंभ आने से रोक रहे अधिकारी
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ मची. इसमें कई लोगों की जान चली गई. जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गई. प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है. वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने आज के शाही स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है. घटना के बाद संगम तट पर NSG कमांडो की तैनाती कर दी गई है. वहीं आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. सीमा वाले पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है. अब लोगों को महाकुंभ में आने से रोका जा रहा है.