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'पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस को सपा से गठबंधन पर भरोसा' - lok sabha election 2024

lok sabha election 2024, कांग्रेस को पूर्वी उत्तर प्रदेश में 25 मई और 1 जून को होने वाली वोटिंग में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है. यहां कांग्रेस और सपा का गठबंधन किसान और बेरोजगारों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. पढ़िए पूरी खबर...

Congress expects good performance in alliance with SP in Eastern Uttar Pradesh
पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सपा से गठबंधन पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद (ANI)

By Amit Agnihotri

Published : May 24, 2024, 4:28 PM IST

नई दिल्ली :कांग्रेस को 2009 के अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद है. पार्टी को 25 मई और 1 जून को 2024 के लोकसभा चुनावों के आखिरी दो चरणों से पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई सीटें जीतने की उम्मीद है. यूपी में 25 मई को जिन 14 सीटों पर मतदान होना है, उनमें प्रमुख हैं - प्रयागराज, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, आजमगढ़, जौनपुर और भदोही, जबकि 1 जून को जिन सीटों पर मतदान होना है उनमें - कुशीनगर, बांसगांव, देवरिया। , महाराजगंज, गोरखपुर, ग़ाज़ीपुर, चंदौली और वाराणसी प्रमुख हैं.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने 2009 का चुनाव अपने दम पर लड़ा था लेकिन 2024 में उसका समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है. इस संबंध में एआईसीसी के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे ने बताया कि कांग्रेस-सपा गठबंधन पूरे राज्य में मजबूत हो रहा है. मैंने 23 मई को देवरिया की यात्रा के साथ सभी 80 लोकसभा सीटों का अपना दौरा पूरा किया. मैंने मतदाताओं के बीच बदलाव का मूड महसूस किया है. उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्रों में किसानों के बीच बड़े पैमाने पर अशांति है और युवाओं के सामने बेरोजगारी की समस्या है. इन दोनों क्षेत्रों के लिए सरकारी नौकरियों और ऋण माफी का हमारा वादा गठबंधन के पक्ष में जा रहा है और हमें क्षेत्र में कई सीटें मिलेंगी.

पूर्वी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में प्रयागराज में संयुक्त रूप से प्रचार किया, जहां कांग्रेस उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह का मुकाबला भाजपा के नीरज त्रिपाठी से है. 2019 के राष्ट्रीय चुनावों में, अखिलेश यादव ने सपा के गढ़ आजमगढ़ से जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में विधायक और यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद 2022 में सीट से इस्तीफा दे दिया था.

कांग्रेस अब स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर और पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तैनात करेगी. 25 मई को, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य इकाई के प्रमुख अजय राय के लिए समर्थन मांगने के लिए वाराणसी में एक संयुक्त रोड शो करेंगी. पांडे ने कहा कि गोरखपुर में प्रियंका गांधी की रैली और डिंपल यादव के साथ उनके संयुक्त रोड शो का निश्चित रूप से पूर्वी यूपी के इलाकों पर असर पड़ेगा. वहीं 25 मई को अखिलेश यादव गोरखपुर में सपा प्रत्याशी काजल निषाद और देवरिया में कांग्रेस प्रत्याशी अखिलेश प्रताप सिंह के लिए प्रचार करेंगे. महराजगंज में टिकट की आस लगाए बैठे कांग्रेस नेता अमन मणि त्रिपाठी पार्टी प्रत्याशी वीरेंद्र चौधरी के लिए प्रचार कर रहे हैं.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले राहुल गांधी और अखिलेश यादव का संयुक्त रोड शो वाराणसी में हो सकता है. पांडे ने कहा कि जब राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा चंदौली से यूपी में दाखिल हुई थी, तो हमारी एक विशाल रैली बहुत सफल रही थी. लोग अपने आप आए थे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, प्रतापगढ़, कौशांबी और मिर्ज़ापुर इलाकों में स्थानीय कद्दावर नेता रघुराज प्रताप सिंह सपा उम्मीदवारों का समर्थन कर रहे हैं, जिससे गठबंधन को मदद मिलेगी. पूर्वी क्षेत्र में बसपा के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अखिलेश यादव आरोप लगाते रहे हैं कि मायावती की पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा के साथ मिली हुई है. वहीं 400 से अधिक सीटों के संदेश ने संविधान को बदलने और हाशिए पर रहने वाले वर्गों के बीच आरक्षण के साथ छेड़छाड़ की आशंका पैदा कर दी है. पांडे ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र के एससी/एसटी मतदाता संविधान के तहत उन्हें मिलने वाले आरक्षण पर खतरे को लेकर विशेष रूप से चिंतित हैं. भाजपा के बार-बार 400 सीटों के दावे ने उन्हें परेशान कर दिया है.

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