सिवान: एक ओर भारतीय रेल खुद को हाईटेक और एडवांस बना रही है तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी भी तस्वीरें हैं जिन्हें देखकर भारतीय रेल की दुर्दशा आसानी से समझ आ जाएगी. ऐसा नहीं कि ये हालात एक दो दिन में बने, बल्कि जब से इस रूट पर ट्रेन चल रही है तब से ये व्यवस्था लागू है.
सिवान का अजूबा रेलवे फाटक : सिवान के महाराजगंज रेलवे स्टेशन की रेलवे क्रॉसिंग वाले गेट पर कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं है. इस वजह से यहां ट्रेन का लोको पायलट ही इंजन से उतरकर फाटक बंद करता है. फिर गार्ड या कोई रेलवे का दूसरा कर्मी फाटक गिराकर ट्रेन पर सवार होकर आगे बढ़ जाता है.
''ये जब से रेल लाइन यहां से निकली है तब से ऐसा ही चला आ रहा है. मैं यहां तीन साल से हूं और यही देख रहा हूं. कई बार तो मुझसे ही ट्रेन का लोको पायलट कहकर जाता है कि फाटक खोल दीजिएगा. जाम न लग जाए इसलिए हम लोग गेट खोल देते हैं''- स्थानीय पान दुकानदार
वाहनों की लग जाती है कतार : इतनी देर में रेलवे फाटक के दोनों ओर वाहनों की कतार लग जाती है. स्थानीय लोग भी रेलवे की इस कमी का मलाल है. लोग कहते हैं कि कोई गेटमैन नहीं होने के चलते कई साल से यह व्यवस्था इस रूट पर चलती आ रही है. इस ट्रैक पर 5 रेलवे फाटक हैं और सभी पर यही हाल है.
लोको पायलट बंद करता है फाटक : इसको लेकर जब गेट बंद कर रहे लोको पायलट से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो इसके लिए बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है. वैसे भी ट्रेन लेट हो जाएगी. ये कहते हुए लोको पायलट इंजन पर चढ़ गया. कुछ दूर आगे ट्रेन को आगे ले जाकर क्रॉसिंग के पास गार्ड की बोगी को रोका, जिसमें से उतरने वाले शख्स ने फाटक खोला, तब यातायात बहाल हुआ.