श्रीनगर: एक छोटी बच्ची को उसकी चाची ने श्रीनगर में उफनती झेलम नदी में फेंक दिया था, जिसके तीन दिन बाद उसकी मौत हो गई. ऐसा माना जा रहा है कि आरोपी महिला मानसिक रोग विकार से पीड़ित है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर शहर की रहने वाली पहली कक्षा की छात्रा की शुक्रवार को श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल (एसएमएचएस) में इलाज के दौरान मौत हो गई, क्योंकि उसके शरीर पर कई चोटें थीं.
घटना बुधवार दोपहर श्रीनगर के घंटा घर से कुछ मीटर की दूरी पर हुई थी. पुलिस अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि बच्ची अपनी चाची के साथ जा रही थी, इस दौरान उसने अबी गुजर (Abi Guzar) में झेलम नदी पर बने फुटब्रिज से उसे नदी में फेंक दिया.
देखें वीडियो (ETV Bharat) अधिकारी ने कहा, "लड़की को नदी से बचाया जा सकता था, लेकिन वह पुल के कंक्रीट के खंभे से टकरा गई और बुरी तरह घायल हो गई." उन्होंने कहा कि लोगों ने लड़की को अस्पताल पहुंचाया, जहां वह जिंदगी और मौत से जूझ रही थी, लेकिन चोटों के कारण उसकी मौत हो गई.
लड़की को बेहोशी की हालत में नदी से निकाला
राहगीरों में से एक ने बताया कि महिला द्वारा लड़की को फेंके जाने के बाद लोग सतर्क हो गए. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "स्थानीय लोगों ने लड़की को बेहोशी की हालत में निकाला, लेकिन खून बहुत ज्यादा बह रहा था. महिला ने खुद को लोगों से दूर करने की कोशिश की और चिल्ला रही थी कि वह आत्महत्या कर लेगी. लेकिन लोगों ने उसे रोक लिया."
ईटीवी भारत से बात करते हुए एसएमएचएस अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ तस्नीम शौकत ने बताया कि 5 वर्षीय लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और यहां डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया था. बाद में, उसे अस्पताल के सुपर-स्पेशलिटी में विशेष उपचार के लिए शिफ्ट कर दिया गया और आईसीयू वार्ड में उसकी मृत्यु हो गई.
झेलम नदी पर बना पुल (ETV Bharat) डॉक्टरों ने बच्ची को बचाने की पूरी कोशिश की
सुपर-स्पेशलिटी विभाग के चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि बच्ची को पॉलीट्रॉमा चोटों के साथ बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था, जिससे पता चलता है कि उसे कई चोटें आई थीं. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन शुक्रवार सुबह उसकी मृत्यु हो गई.
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के कोठी बाग थाने में मामला दर्ज किया है और आरोपी महिला को अपनी हिरासत में ले लिया है. अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि महिला उदास थी और अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए दवा ले रही थी. हमने उसे क्लीनिकल जांच के लिए मनोचिकित्सक परामर्श के लिए भेजा है."
इस घटना के लिए मानसिक बीमारी को कारण माना जा रहा है. कश्मीर में मनोरोग विकारों पर एक अध्ययन से पता चला है कि कश्मीर में 11 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी मानसिक विकारों से पीड़ित है. ब्रिज से झेलम नदी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए अधिकारियों ने इस साल शहर के प्रमुख ब्रिज के किनारों पर बाड़ लगा दी है.
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