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IPS हर्ष वर्धन को सहरसा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई, चाचा ने की जांच की मांग

कर्नाटक में आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा. जहां उनके चाचा ने जांच की मांग की है.

IPS OFFICER HARSH VARDHAN
आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 3, 2024, 4:18 PM IST

सहरसा: बिहार के सहरसा के रहने वाले 26 वर्षीय आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन का पार्थिव शरीर उनके गांव लाया गया. जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस मौके पर पूरा गांव गमगीन दिखा. वहीं हर्ष वर्धन के चाचा ने पूरे मामले के जांच की मांग भी है. बता दें कि बीते रविवार को कर्नाटक के हासन जाते समय सड़क दुर्घटना में हर्ष वर्धन की मौत हो गई थी. वो कार से कर्नाटक के हासन जॉइनिंग के लिए जा रहे थे, उसी दौरान गाड़ी का टायर फटने से वो हादसे का शिकार हो गए.

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई: हर्ष वर्धन का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव फतेहपुर लाया गया. जहां डीआईजी, एसपी और सभी अधिकारियों ने सबसे पहले फूल की माला के साथ उनको श्रद्धांजलि दी. उसके बाद पुलिस के द्वारा उन्हें सलामी दी गई और राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंतिम विदाई हुई. मिली जानकारी के अनुसार आईपीएस अधिकारी सहरसा जिले के काशनगर थाना क्षेत्र के पड़रिया फतेहपुर गांव के रहने वाले थे और पूरा परिवार मध्यप्रदेश में रहता था.

आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन का शव (ETV Bharat)

चाचा ने की जांच की मांग: मृतक आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन के चाचा ने बताया कि हर्ष वर्धन उनके घर का दीप था, जो आज बुझ गया है. ये कैसे हुआ इसकी सरकार ही समीक्षा कर सकती है. चाचा ने आगे बताया कि हर्ष वर्धन के पिता मध्यप्रदेश में रहते है और कभी-कभी गांव आते थे. हर्ष वर्धन बहुत सही लड़का था और उसने अपनी योग्यता से मंजिल प्राप्त की. सूचना के अनुसार हासन पहुंचने में मात्र 10 किलोमीटर बचा था तब ये हादसा हुआ. आईपीएस अधिकारी के चाचा ने सरकार और वरीय अधिकारियों से जांच की मांग की है.

चाचा ने की जांच की मांग (ETV Bharat)

"आज हम लोगों के घर का दीप बुझ गया है. हर्ष वर्धन दुर्गा पूजा से पहले घर आया था और दो दिन रुका था. फिर वो अपने ननिहाल खुरान गांव चला गया और वहीं से फिर कर्नाटक के हासन जा रहा था. सरकार को इस हादसे की जांच करनी चाहिए. ड्राइवर ने गाड़ी के चक्के में ज्यादा हावा दे दी, जिससे टायर फट गया या पुराना टायर लागाया गया जिससे ये घटना हुई. ये हादसा संदेह के घेरे में है और हम जांच की मांग करते हैं."-आईपीएस अधिकारी हर्ष वर्धन के चाचा

पैतृक गांव फतेहपुर पहुंचा पार्थिव शरीर (ETV Bharat)

कर्नाटक में हुई थी पहली पोस्टिंग: मृतक आईपीएस अधिकारी के पिता अखिलेश प्रसाद सिंह मध्यप्रदेश में ही एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं. उनका छोटा भाई आनंद वर्धन आईआईटी इंजीनियर है और यूपीएससी की तैयारी कर रहा है. जानकारी के अनुसार कैमूर में प्रशिक्षण करने के बाद हर्ष वर्धन की पहली पोस्टिंग कर्नाटक के हासन में अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में की गई थी. बीते रविवार को वह जॉइन करने कार से हासन जा रहे थे, उसी दौरान हासन से 10 किलोमीटर पीछे सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए और उनकी मौत हो गयी.

हर्ष वर्धन को राजकीय सम्मान (ETV Bharat)

गांव ने खोया अनमोल रत्न: वहीं ग्रामीण आजाद कुमार की माने तो ये घटना उन लोगों के लिए बहुत दुखद है. उन्होंने एक अनमोल रत्न को खो दिया है. वो जब भी आते थे गांव तो सभी लोगों से मिलते थे. वो काफी सरल स्वभाव के थे और सभी लोगों का सहयोग भी करते थे. वहीं उन्होंने बताया 6 महीने पहले जब हर्ष वर्धन घर आये थे तो उनसे मुलाकात की थी.

हर्ष वर्धन को अंतिम विदाई (ETV Bharat)

"आज हम लोग तमाम क्षेत्र वासी मर्माहत है, इस घटना को हमलोग भुला नहीं सकते हैं. इस रत्न को खोना गांव ही नहीं पूरे देश के लिए दुखद है. करोड़ो में एक आईपीएस बनता है उसको खो देना काफी दुख भरा है."-आजाद कुमार, ग्रामीण

अधिकारियों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि (ETV Bharat)

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