कोच्चि:12 जून को कुवैत की एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लग गई, जिसमें विदेशी कर्मचारी रहते थे, जिनमें ज़्यादातर भारतीय थे. आग लगने से 50 लोगों की मौत हो गई और उनमें से 42 भारतीय थे. इस बीच, कुवैत स्थित NBTC समूह, जिसके कर्मचारी वहां अपने एक आवास में आग लगने से मर गए, उसने मृतकों के परिवारों को तत्काल राहत के रूप में 8 लाख रुपये देने की घोषणा की है.
एक बयान में, कंपनी ने कहा कि वह मृतकों के परिवारों को NBTC परिवार का हिस्सा बनाए रखेगी. NBTC ने कहा कि वह कुवैत के मंगाफ में अपने एक आवासीय मकान में हुई इस दुखद घटना से बहुत स्तब्ध और दुखी है. एनबीटीसी कंपनी के एमडी केजी अब्राहम ने कहा कि भले ही यह त्रासदी हमारी वजह से नहीं हुई, लेकिन हम इसकी जिम्मेदारी ले रहे हैं.
एमडी केजी अब्राहम ने आगे कहा कि बुधवार को अल मंगाफ बिल्डिंग में हुई आग त्रासदी में उनके स्वामित्व वाली एनबीटीसी कंपनी के 50 कर्मचारियों की जान चली गई. हम इस त्रासदी से बहुत दुखी हैं . हमें उन लोगों से जुड़ी चिंता है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. हम आग त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिजनों से मिलेंगे. हम उनके परिवारों की देखभाल करेंगे.सभी कर्मचारियों का बीमा कराया गया था. उन्हें मुआवजे के तौर पर 4 साल का वेतन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हर लेबर कैंप की सुरक्षा का नियमित निरीक्षण किया जाता था. हर 3 महीने में सुरक्षा जांच की जाती थी. हम कर्मचारियों को लेबर कैंप में खाना बनाने की अनुमति नहीं देते हैं. हमारे पास एक संयुक्त रसोई है और भोजन मुफ्त में दिया जाता था. इस घटना के पीछे शॉर्ट सर्किट की संभावना है. हम यह नहीं कह सकते कि त्रासदी का कारण लापरवाही थी. हम मृतक के परिवार की मदद करेंगे. आर्थिक सहायता देंगे. इमारत में 120 लोग रह रहे थे . आग लगने के समय, करीब 70 कर्मचारी थे. यह इमारत किराए की थी.