नई दिल्ली:केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स को लेकर ज्ञापन जारी किया है.नेशनल टास्क फोर्स के सदस्यों में सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, डा. एन नागेश्वर रेड़्डी, डा. एम श्रीनिवास, डा प्रतिमा मूर्ति, डा. गोवर्धन दत्त पुरी, डा. सौमित्र रावत, प्रो. अनीता सक्सेना, डा. पल्लवी सापले और डा.पद्मा श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं.
इससे पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बुधवार को कहा था कि हेल्थ प्रोफेशनल्स की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अधिनियम के लिए अध्यादेश जारी करने के मुद्दे पर अभी भी विचार किया जाना बाकी है.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्रा के साथ क्रूरतापूर्वक रेप और हत्या किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद पिछले 24 घंटों के दौरान आईएमए ने लगातार कई बैठकें कीं.
स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय अधिनियम की मांग करते हुए, आईएमए ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से अपील की है कि महामारी रोग संशोधन अधिनियम, 2020 के संशोधन खंडों और केरल सरकार के कोड ग्रे प्रोटोकॉल 'स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम प्रबंधन' को शामिल करने वाले मसौदा विधेयक को अध्यादेश के रूप में घोषित किया जाए. इससे डॉक्टरों में विश्वास पैदा होता.