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हेमंत कैबिनेट का विस्तार, आदिवासी और ओबीसी पर बरसी कृपा, एससी और सामान्य से ज्यादा अल्पसंख्यक को तवज्जो - HEMANT SOREN CABINET

हेमंत कैबिनेट का गठन हो गया. 11 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. जानिए कैबिनेट में किस जाति को कितनी जगह मिली है.

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राज्यपाल के साथ हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल (सौ. एक्स)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 5, 2024, 2:55 PM IST

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने कैबिनेट का विस्तार कर दिया है. उनकी कैबिनेट में आदिवासी वर्ग से चार, ओबीसी वर्ग से तीन, अल्पसंख्यक वर्ग से दो, एससी वर्ग से एक और सामान्य वर्ग से एक विधायक को मंत्री बनाया गया है. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राजभवन के अशोक उद्यान में झामुमो कोटे से दीपक बिरुआ, चमरा लिंडा, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन, योगेंद्र प्रसाद और सुदिव्य कुमार सोनू को शपथ दिलायी. कांग्रेस कोटे से राधाकृष्ण किशोर, इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह और शिल्पी नेहा तिर्की के अलावा राजद कोटे से संजय प्रसाद यादव ने मंत्री पद की शपथ ली. इससे पहले राज्यपाल ने झामुमो विधायक प्रो स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलायी.

शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची

राधाकृष्ण किशोर, दीपक बिरुआ, चमरा लिंडा, संजय प्रसाद यादव, रामदास सोरेन, इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, योगेंद्र प्रसाद और सुदिव्य कुमार सोनू और शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर आभार जताया.

ग्राफिक्स इमेज (ईटीवी भारत)
शपथ ग्रहण से जुड़ी कुछ खास बातें

सबसे खास बात यह है कि हेमंत सोरेन के इस कैबिनेट में सामान्य वर्ग की भागीदारी को लेकर थोड़ी असमंजस वाली स्थिति दिख रही है. कानूनी रुप से देखें तो दीपिका पांडेय सिंह सामान्य (ब्राह्मण) वर्ग से आती हैं. लेकिन उनके पति कुर्मी हैं. इसलिए सामाजिक तौर पर उनकी भागीदारी ओबीसी के रुप में भी दिखती है. वैसे पिछली कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से सामान्य वर्ग के बादल पत्रलेख को हटाकर दीपिका पांडेय सिंह को मंत्री बनाया गया था. इस लिहाज से देखें तो कांग्रेस ने दीपिका पांडेय सिंह को मंत्री बनाकर दोनों वर्ग को साधा है. खास बात है कि झामुमो ने इसबार सामान्य वर्ग से किसी को भी कैबिनेट में जगह नहीं दी है. जबकि पिछली कैबिनेट में मिथिलेश ठाकुर का जगह मिली थी.

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दूसरी खास बात है कि झामुमो ने सबसे ज्यादा तवज्जो आदिवासी वर्ग को दिया है. झामुमो ने अपने कोटे से तीन आदिवासी, दो ओबीसी और एक अल्पसंख्यक विधायक को मंत्री बनाया है. वहीं कांग्रेस ने एक एससी, एक ओबीसी/सामान्य, एक अल्पसंख्यक और एक आदिवासी को मंत्री बनाया है. राजद ने अपने चार विधायकों में से ओबीसी वर्ग को तरजीह देते हुए संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया है. तीसरी खास बात ये रही कि शपथ होने तक मंत्रियों के नाम को लेकर सस्पेंस बना रहा. इसकी वजह से कई दिनों तक कयासों का दौर चलता रहा. शपथ ग्रहण से कुछ घंटे पहले तक झामुमो कोटे से मथुरा महतो के नाम की चर्चा चल रही थी. भाजपा से झामुमो में आईं जामा विधायक लुईस मरांडी और अनंत प्रताव देव भी रेस में थे. कांग्रेस कोटे से बेरमो विधायक जयमंगल उर्फ अनुप सिंह के नाम की भी चर्चा थी. राजद कोटे से देवघर विधायक सुरेश पासवान के नाम की जोरशोर से चर्चा थी. लेकिन किस्मत ने इन सभी का साथ नहीं दिया. इसका असर समर्थकों के चेहरे पर साफ दिख रहा था. एक और खास बात ये रही कि सीएम हेमंत सोरेन ने फुल कैबिनेट का गठन कर दिया. नियम के तहत झारखंड में सीएम समेत अधिकतम 12 मंत्री का पद है. इससे पूर्व पंचम झारखंड विधानसभा में जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन ने पहली बार 11 मंत्रियों के साथ फुल कैबिनेट का गठन किया था. उन्होंने अपने इस नये कैबिनेट में दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन, इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह को दोबारा शामिल किया है. जबकि योगेंद्र प्रसाद, सुदिव्य कुमार सोनू, राधाकृष्ण किशोर, शिल्पी नेहा तिर्की और संजय प्रसाद यादव पहली बार मंत्री बनाए गये हैं. शपथ ग्रहण के लिए 12.30 बजे का समय निर्धारित था. लेकिन कार्यक्रम का शुभारंभ 15 मिनट विलंब से 12.45 बजे राष्ट्रगान के साथ शुरु हुआ. इससे पहले राजभवन का पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील रहा. शपथ ग्रहण समारोह होने तक राजभवन के सामने वाले पथ पर आम वाहनों का परिचालन बाधित रहा. खुद रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा विधि व्यवस्था का मुआयना करते नजर आए.

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