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केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने जमकर किया दान, चार साल में दोगुनी हुई आय, जानिए आंकड़ा - KEDARNATH TEMPLE EARNINGS

मंदिर की आय 2020-21 में 22.04 करोड़ थी, जो कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2021-22 में घटकर 16.52 करोड़ रुपये रह गई थी.

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केदारनाथ मंदिर (फाइल फोटो) (ETV Bharat)

By PTI

Published : Feb 24, 2025, 10:19 PM IST

Updated : Feb 24, 2025, 10:26 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम मंदिर की आय बीते चार सालों में दोगुनी से ज्यादा हुई है. बदरी-केदार मंदिर समिति ने खुद इसकी जानकारी दी है. बदरी-केदार मंदिर समिति ने जो आंकड़े दिए हैं, उसके मुताबिक साल 2020-21 में केदारनाथ मंदिर को भेंट, दान और विभिन्न सेवाओं से होने वाली आय के रूप में करीब 22.04 करोड़ रुपए मिले थे, जो 2023-24 में बढ़कर 52.9 करोड़ तक पहुंच गया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नोएडा के आरटीआई कार्यकर्ता अमित गुप्ता ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति से प्रश्न किया था. जिसके जवाब में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बताया कि,

साल 2020-21 में मंदिर की कमाई 22.04 करोड़ रुपए थी. जो साल 2023-24 में बढ़कर 52.9 करोड़ रुपए हो गई.

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने वार्षिक ब्यौरा देते हुए बताया कि,

उत्तराखंड के प्रसिद्ध हिमालयी मंदिर की आय 2020-21 में 22.04 करोड़ थी. लेकिन कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2021-22 में घटकर 16.52 करोड़ रुपये रह गई थी. लेकिन 2022-23 जैसे ही श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी तो मंदिर की आय बढ़कर 29.67 करोड़ रुपए हो गई.

वहीं 2023-24 में केदारनाथ मंदिर की आय 52.9 करोड़ रुपये हो गई. इस अवधि के दौरान मंदिर की आय में 2.3 गुना वृद्धि हुई. 2021 में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के खुलने में देरी, अनिवार्य निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर प्रतिदिन सीमा, मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के मानदंडों के अनुपालन जैसे प्रतिबंधों ने महामारी के दौरान तीर्थयात्रियों की आमद को बुरी तरह प्रभावित किया.

हालांकि, जैसे ही कोविड की रफ्तार कम हुई और सरकार ने यात्रा में थोड़ी ढील दी तो अगले साल से मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी. इससे मंदिर की आय में एक बार फिर वृद्धि हुई. मंदिर समिति ने कहा कि यह प्रवृत्ति 2023-24 में भी जारी रही. मंदिर की आय भक्तों द्वारा दिए जाने वाले चढ़ावे और दान से होती है. साथ ही हेलीकॉप्टर सेवाओं से आने वालों को दी जाने वाली प्राथमिकता वाली दर्शन सुविधाओं से भी होती है. इसके लिए समिति अतिरिक्त शुल्क लेती है. इनपुट-पीटीआई

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Last Updated : Feb 24, 2025, 10:26 PM IST

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