रुद्रप्रयाग: केदारनाथ विधानसभा सीट की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. दिवंगत केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत की शव यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. अगस्त्यमुनि से निकली शव यात्रा को देखने के लिए मकानों की छतों में लोग खड़े रहे और लोगों ने शव यात्रा को हाथ जोड़कर नमन किया. इस दौरान वाहनों का लंबा काफिला रहा. शव यात्रा में विभिन्न संगठन के लोगों ने भाग लिया.
पंचतत्व में विलीन हुईं केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत, अगस्त्यमुनि के त्रिवेणी घाट पर बेटी एश्वर्या और भतीजे ने दी मुखाग्नि - Kedarnath MLA Shailarani last rites
Kedarnath MLA Shailarani Rawat merged into the panthtatva in Rudraprayag बीजेपी की वरिष्ठ नेता और केदारनाथ विधानसभा सीट से विधायक शैलारानी रावत पंचतत्व में विलीन हो गई हैं. उनका दाह संस्कार अगस्त्यमुनि में त्रिवेणी घाट पर किया गया. त्रिवेणी घाट में पुत्री ऐश्वर्या रावत एवं भतीजे शैलेंद्र ने शैलारानी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस मौके पर राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा भी मौजूद रहे.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jul 11, 2024, 2:12 PM IST
|Updated : Jul 11, 2024, 2:50 PM IST
केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का निधन मंगलवार रात्रि को 10:30 बजे हुआ था. जिसके बाद से संपूर्ण प्रदेश में शोक की लहर छा गई. बुधवार को शव यात्रा देहरादून से अगस्त्यमुनि पहुंची. आज गुरुवार सुबह दिवंगत विधायक के शव को अगस्त्यमुनि खेल मैदान के एक पांडाल में रखा गया. यहां पहुंचे हजारों लोगों ने दिवंगत विधायक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
अगस्त्यमुनि खेल मैदान से शव यात्रा करीब साढ़े दस बजे रवाना हुई. शव यात्रा में राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, युवा कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, वरिष्ठ नेता कुलदीप रावत सहित अन्य शामिल हुए. शव का दाह संस्कार त्रिवेणी घाट में किया गया. शैलारानी की बेटी ऐश्वर्या रावत एवं भतीजे शैलेन्द्र रावत ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि दिवंगत विधायक शैला रानी के निधन से भाजपा संगठन से लेकर प्रदेश को बहुत बड़ी क्षति हुई है. विधायक ने सदैव जनता के हित में कार्य किए, जिन्हें कभी भी केदारघाटी की जनता भूल नहीं पाएगी.
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