देहरादून: केदारनाथ उपुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. जिसे देखते हुये पॉलिटिकल पार्टीज ने कमर कस ली है. आज का दिन केदारनाथ उपचुनाव के लिहाज से खास रहा. आज बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने सबसे पहले केदारनाथ उपचुनाव के लिए कैंडिडेट घोषित किया. कांग्रेस ने मनोज रावत को प्रत्याशी घोषित किया. वहीं, बीजेपी ने भी आशा नौटियाल पर भरोसा जताया है.
केदारनाथ उपचुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस संगठन सोच समझ कर कदम बढ़ा रहा है. कैंडिडेट सिलेक्शन से लेकर माहौल बनाने, हर चीज में उपचुनाव को ध्यान में रखा जा रहा है. कांग्रेस ने मनोज राव की स्थानीय लोकप्रियता को ध्यान में रखकर उन पर भरोसा जताया है. बीजेपी ने आशा नौटियाल के अनुभव पर दांव खेला है.
लंबा है आशा नौटियाल का राजनैतिक सफर:आशा नौटियाल बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं. आशा नौटियाल केदारनाथ से बीजेपी की पूर्व विधायक भी रह चुकी हैं. आशा राज्य गठन के बाद 2002 से लेकर 2012 तक केदारनाथ विधानसभा से विधायक रही हैं.
मनोज रावत भी किसी ने नहीं कम:मनोज रावत 2017 से 2022 तक केदारनाथ से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं. मनोज रावत कांग्रेस के ऐसे नेता हैं जिन्होंने मोदी लहर में भी जीत हासिल की थी. 2017 विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में कांग्रेस बुरी तरह हारी थी. इस दौर में केदारनाथ विधानसभा सीट से मनोज रावत ने बंपर जीत दर्ज की थी. मनोज रावत समसामयिक मुद्दों पर गहरी पकड़ रखते हैं. वे हर मुद्दे पर मुखरता से बोलते हैं.